नई दिल्ली। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन रजनीश कुमार ने बुधवार को कहा कि जेट एयरवेज के कर्जदाता संकट में फंसी एयरलाइन को परिचालन में बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। कुमार ने विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला के साथ वित्त मंत्री अरुण जेटली तथा प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेन्द्र मिश्र से मुलाकात की।
कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि जेट एयरवेज को परिचालन में बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। एक सूत्र ने कहा कि बैंक प्रबंधन में बदलाव के जरिये जेट एयरवेज के लिए पुनरूद्धार योजना पर काम करने का प्रयास कर रहा है।
जेट एयरवेज में नई कंपनी या इकाई को लाने के बारे में कुमार ने कहा कि किसी भी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि एतिहाद के साथ बातचीत जारी है। ऐसा नहीं है कि उन्होंने पूरी तरह से निर्णय कर लिया है कि वे बाहर होंगे। लेकिन कुछ शर्तें हैं जिसे वह चाहते हैं कि पूरी हों और यह कुछ और नहीं बल्कि यह है कि एयरलाइन का प्रबंधन पेशेवर तरीके से और बिना हस्तक्षेप के हो।
एतिहाद के पास फिलहाल जेट एयरवेज में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी है। सूत्र ने कहा कि जेट एयरवेज को परिचालन में बनाए रखना कर्जदाताओं तथा उपभोक्ताओं के हित में है।
जेट एयरवेज के पायलटों के संगठन ने मंगलवार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनके वेतन का भुगतान 31 मार्च तक नहीं होता है तो उड़ान रोक दी जाएगी। कुमार ने यह भी कहा कि जेट एयरवेज को ऋण शोधन अक्षमता एवं दिवाला संहिता (आईबीसी) के अंतर्गत ले जाना अंतिम विकल्प है।