
यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण यानी YEIDA ने यमुना एक्सप्रेसवे को फिल्म सिटी से जोड़ने वाले रैंप के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया है। इससे नोएडा के सेक्टर 21 में बनने वाली अंतर्राष्ट्रीय फिल्म सिटी के बीच सुगम कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो सकेगी। यीडा की तरफ से बनाया जा रहा यह प्रोजेक्ट एक्सप्रेसवे के जीरो पॉइंट से 26.4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। खबर के मुताबिक, अथॉरिटी से जुड़े अधिकारियों ने यह जानकारी दी है।
परियोजना में कुल चार रैंप का निर्माण होगा
खबर के मुताबिक, भागपुर गांव के पास सड़क के दोनों ओर 3.5 करोड़ रुपये की लागत से इंटरचेंज बनाए जा रहे हैं। इस परियोजना में कुल चार रैंप का निर्माण होना है। इसमें से दो रैंप परियोजना के पहले चरण में बनाए जा रहे हैं। दूसरे फेज के दौरान बाकी रैंप का निर्माण इसी लागत से किया जाएगा। ये रैंप प्रस्तावित फिल्म सिटी तक आसान संपर्क और सीधी पहुंच को सक्षम करेंगे। अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि अवरोही रैंप 673 मीटर लंबा होगा, और आरोही रैंप 625 मीटर लंबा होगा। तीन लेन वाले दोनों इंटरचेंज एक साल के भीतर पूरे होने की उम्मीद है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यीडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण वीर सिंह ने कहा कि रैंप का निर्माण फिल्म सिटी तक सुगम संपर्क सुनिश्चित करने के लिए बनाई जा रही है, जिसका वर्तमान में यमुना एक्सप्रेसवे से कोई सीधा संपर्क नहीं है। भागपुर में पहले से ही बनी अंडरपास निर्बाध ट्रैफिक मूवमेंट में और सहायता करेगा।
YEIDA दो सड़क संपर्क प्रदान करेगा
YEIDA ने साइट पर चल रही तैयारियों को सुविधाजनक बनाने के लिए 130 मीटर चौड़ी सर्विस रोड से दो सड़क संपर्क भी उपलब्ध कराए हैं। 1,000 एकड़ में फैली यह परियोजना पहले फेज में 230 एकड़ को कवर करेगी, जिसकी लागत आठ वर्षों की अवधि में 1,510 करोड़ रुपये होगी। सिंह ने कहा कि दोनों रैंप का निर्माण क्षेत्र की कनेक्टिविटी को बढ़ाने और फिल्म सिटी को उत्तर प्रदेश में एक प्रमुख रचनात्मक और आर्थिक मील का पत्थर बनने में सहायता करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
न्यू आगरा अर्बन सेंटर नाम से एक नया शहर
उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से मास्टर प्लान-2031 को मंजूरी दिए जाने के बाद यीडा ने न्यू आगरा प्रोजेक्ट पर काम तेज कर दिया है। प्राधिकरण ने मथुरा और आगरा में न्यू आगरा अर्बन सेंटर नाम से एक नया शहर बसाने जा रहा है। करीब 12,000 हेक्टेयर में विकसित किए जाने वाले इस प्रस्तावित शहर में आवासीय, औद्योगिक, वाणिज्यिक और पर्यटन विकास पर विशेष फोकस होगा।