
दिल्ली सरकार ने सोमवार को आयुष्मान वय वंदना योजना को शुरू कर दिया। इस योजना के तहत दिल्ली में रहने वाले 70 साल और इससे ज्यादा उम्र के सभी नागरिकों को 10 लाख रुपये तक का फ्री मेडिकल इलाज मिलेगा। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राजधानी में एक कार्यक्रम में लाभार्थियों को पहला आयुष्मान वय वंदना कार्ड वितरित किया। इस योजना के तहत, केंद्र सरकार (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) और दिल्ली सरकार दोनों मिलकर हर साल 5-5 लाख रुपये का मेडिकल खर्च उठाएगी। जिससे एक व्यक्ति को एक साल में कुल 10 लाख रुपये का मेडिकल कवर मिलेगा।
प्रत्येक पंजीकृत वरिष्ठ नागरिक को दिया जाएगा स्वास्थ्य कार्ड
आयुष्मान वय वंदना योजना के तहत, प्रत्येक पंजीकृत वरिष्ठ नागरिक को एक स्वास्थ्य कार्ड प्रदान किया जाएगा। इस कार्ड में उनका पूरा स्वास्थ्य रिकॉर्ड, नियमित स्वास्थ्य जांच की जानकारी और आपातकालीन सेवा का विवरण सुरक्षित रूप से स्टोर किया जाएगा। इस योजना के तहत, दिल्ली में 70 साल और उससे ज्यादा उम्र के नागरिकों के लिए सभी मेडिकल टेस्ट पूरी तरह से फ्री किए जाएंगे। बताते चलें कि इस योजना में दिल्ली के सभी 70 साल या इससे ज्यादा उम्र के बुजुर्गों को फायदा मिलेगा, चाहे वह अमीर हों या गरीब हों।
दिल्ली सरकार ने स्वास्थ्य कार्ड बनाना शुरू किया
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के ऑफिस ने इससे पहले सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा था, "बुजुर्गों की सेवा करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अब, केंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर 70 साल और इससे ज्यादा उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को 10 लाख रुपये तक का मेडिकल कवरेज प्रदान कर रही हैं। अपने प्रियजनों के स्वास्थ्य को सुरक्षित करें - आज ही आयुष्मान वय वंदना कार्ड प्राप्त करें।'' बताते चलें कि आयुष्मान वय वंदना योजना के तहत दिल्ली सरकार ने रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए हैं।
स्वास्थ्य कार्ड के लिए किन डॉक्यूमेंट्स की होगी जरूरत
आयुष्मान वय वंदना योजना के तहत रजिस्ट्रेशन के लिए आपके पास आधार कार्ड, आधार से लिंक एक्टिव मोबाइल नंबर और एक पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी। बताते चलें कि इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको दिल्ली का नागरिक होना होगा। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि बीजेपी के सभी विधायक, पार्षदों के अलावा डीएम और एसडीएम ऑफिस में भी योजना के तहत रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था की जा रही है। एक बार रजिस्ट्रेशन होने के बाद लाभार्थियों को स्वास्थ्य कार्ड बनाकर दिए जाएंगे।