मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में वृद्धि को लेकर संभावनाएं मजबूत हैं और जीएसटी का असर कम होने के बाद देश की वृद्धि रफ्तार पकड़ेगी।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज 162 अंक चढ़कर तीन सप्ताह के उच्चस्तर 31,892.23 अंक पर पहुंच गया।
दो सौ रुपए का नोट पेश करने के कुछ दिन बाद वित्त मंत्रालय ने आज 1,000 का नोट फिर से लाने की संभावना को खारिज कर दिया।
नोमुरा के अनुसार, आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति में अगले 6 से 12 महीने में तेजी की संभावना है और इसके कारण रिजर्व बैंक नीतिगत दर को यथावत बनाये रख सकता है।
सेंसेक्स तथा निफ्टी दोनों एक प्रतिशत से अधिक लुढ़ककर एक माह के न्यूनतम स्तर पर बंद हुए। इससे निवेशकों को 95,000 करोड़ रुपए से अधिक की चपत लगी।
गुरुवार को सरकार ने संसद में छमाही आर्थिक समीक्षा पेश की। वित्त वर्ष 2019 के लिए 23.4 लाख करोड़ रुपए के खर्च का अनुमान किया गया है।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि रेपो दर में 0.25% की कटौती मुद्रास्फीति को नीचे रखते हुए देश की क्षमता के अनुसार मजबूत वृद्धि हासिल करने की दिशा में एक अहम कदम है
एशिया पैसिफिक क्षेत्र में रोजगार को लेकर भारत का आउटलुक सबसे बेहतर है। करीब 84% भारतीय प्रोफेशनल्स ऐसा मानते हैं।
BSE का सेंसेक्स मंगलवार को 60.23 अंक मजबूत होकर 32,575 तथा NSE का निफ्टी 37.55 अंक की तेजी के साथ 10,115 अंक की नई रिकार्ड ऊंचाई पर बंद हुआ।
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने अभी तक भारतीय बाजारों में वृद्धि की बेहतर संभावनाओं के मद्देनजर चार अरब डॉलर का निवेश किया है।
नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया ने कहा है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 7.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है।
विदेशों में कमजोर रुख व स्थानीय मांग घटने से सोना एक बार फिर 29,000 से नीचे फिसल गया। शुक्रवार को सोना 190 रुपए घटकर 28,860 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया।
US की इकॉनोमिक ग्रोथ का सकारात्मक परिदृश्य को दिखाते हुए फेडरल रिजर्व की प्रमुख जेनेट येलेन कहा कि वैश्विक ग्रोथ से देश के निर्यात को बल मिलने की उम्मीद है
मई में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर घटकर 1.7 प्रतिशत रही, पिछले साल समान महीने में यह 8% पर थी। अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर 3.1 प्रतिशत थी।
सुभाष चंद्र गर्ग इससे पहले भी 200-2003 के दौरान आर्थिक मामलों के विभाग में अपनी सेवाएं दे चुके हैं
हार्वर्ड विश्वविद्यालय के एक नए अध्ययन में कहा गया है कि भारत ग्लोबल ग्रोथ के स्तंभ के रूप में उभरा है और दशकों तक यह चीन से बढ़त बनाए रखेगा।
शेयर बाजारों में अगले सप्ताह उतार-चढ़ाव का दौर जारी रहने की उम्मीद है। बाजार की चाल कंपनियों के तिमाही नतीजों के आंकडों और आर्थिक आंकड़ों पर निर्भर करेगी।
उच्च आर्थिक वृद्धि के बावजूद अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजन नहीं हो रहा है। जेएम फाइनेंशियल की एक रिपोर्ट में श्रम विभाग के हवाले से यह बात कही गई है।
हफ्ते के पहले कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 7 पैसा कमजोर होकर 64.65 पर खुला है।
हफ्ते के आखिरी कारोबारी सत्र में भारतीय रुपए की शुरुआत कमजोरी के साथ हुई है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 9 पैसा कमजोर होकर 64.72 पर खुला है।
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