एलआईसी को जीएसटी डिमांड ऑर्डर के मुताबिक, एलआईसी से जीएसटी के तौर पर ₹2,94,43,47,220, ब्याज के तौर पर ₹ 2,81,70,71,780 और पेनाल्टी के तौर पर ₹ 29,44,73,582 की डिमांड की गई है।
यहां एक बात और ध्यान देने वाली है कि सिर्फ लाइफ इंश्योरेंस होना ही जरूरी नहीं है। यहां मायने ये रखता है कि आपका लाइफ इंश्योरेंस कितना कवर देता है। यहां हम ये जानेंगे कि क्या आपके परिवार के लिए 1 करोड़ रुपये का लाइफ इंश्योरेंस काफी है?
एलआईसी ने वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल-जून के दौरान शेयर बाजार में करीब 38,000 करोड़ रुपये का निवेश किया है। पिछले साल पहले इसी अवधि में ये राशि 23,300 करोड़ रुपये थी।
ममता बनर्जी ने कहा कि लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस पर लगाया जाने वाला जीएसटी जनविरोधी है और इससे आम लोगों पर वित्तीय बोझ बढ़ता है।
अगर आप यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (यूएलआईपी) खरीद रहे हैं तो अलग-अलग शुल्क, फंड ऑप्शन, फंड स्विच करने से जुड़े सवाल जरूर पूछें। जब भी आप बीमा पॉलिसी खरीदने के लिए फॉर्म भर रहे हों तो इसे पूरी तरह से और सही जानकारियों के साथ भरें।
सेबी ने 14 मई 2024 को लेटर के जरिए भारतीय जीवन बीमा निगम को 10 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरधारिता हासिल करने के लिए तीन साल का अतिरिक्त समय देने के फैसले की जानकारी दी।
हम आपको बता दें कि ऐसा ही जबरदस्त फॉर्मूला है, जिसके जरिये आप आसानी से पता कर सकते हैं कि आपको कितना इंश्योरेंस कवर चाहिए।
भारतीय जीवन बीमा निगम ने यह फैसला बीमा नियामक आईआरडीएआई के इस संबंध में 28 मार्च 2024 को जारी निर्देश के मुताबिक लिया है।
कंपनी को अतिरिक्त आयुक्त की तरफ से कुल 161,62,33,898 रुपये की जीएसटी मांग, उस पर ब्याज और 16,16,23,390 रुपये का जुर्माना नोटिस वित्त वर्ष 2018-19 और 2019-20 के लिए मिला है।
LIC दुनिया में सबसे मजबूत ब्रांड बना गया है। इसकी ब्रांड वैल्यू 9.8 अरब डॉलर आंकी गई है। इसके बाद कैथे लाइफ इंश्योरेंस का नाम है। इसकी ब्रांड वैल्यू 4.9 अरब डॉलर है।
लाइफ इंश्योरेंस में भुगतान आपके परिवार के सदस्यों को किसी भी लंबित लोन से निपटने में मदद कर सकता है। यह आपको अपने प्रियजनों को एक अच्छी विरासत छोड़ने की अनुमति देता है।
प्रीमियम के भुगतान में चूक करना लाइफ इंश्योरेंस क्लेम के रिजेक्ट होने की एक बड़ी वजह है। किसी आवेदक द्वारा दी गई मेडिकल जानकारी को वेरिफाई करने के लिए बीमा कंपनियां अक्सर मेडिकल टेस्ट करती हैं।
LIC Shares: एलआईसी को चालू तिमाही में आयकर विभाग से 25,464 करोड़ रुपये का रिफंड मिल सकता है। ये रिफंड पॉलिसीहोल्डर्स के अंतरिम बोनस से जुड़ा है।
LIC MCap: एलआईसी के शेयर में तेजी देखी जा रही है। इसका असर कंपनी के बाजार पूंजीकरण पर भी हुआ है। यह 7 लाख करोड़ के करीब हो गया है।
Debit Card पर करीब सभी बैंकों की ओर से फ्री लाइफ इंश्योरेंस कवर दिया जाता है। वैध दस्तावेज जमा करके इसे आसानी से क्लेम किया जा सकता है।
LIC के शेयर में तेजी देखी जा रही है। आज के कारोबार में शेयर अपने 52 हफ्चे के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ है।
LIC को जीएसटी विभाग की ओर से 806 करोड़ रुपये का जीएसटी डिमांड नोटिस दिया गया है। इसमें 400 करोड़ से ज्यादा का डिमांड नोटिस शामिल है।
सरकार ने आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) के जरिये एलआईसी में 22.13 करोड़ से अधिक शेयर यानी 3.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी। कंपनी में फिलहाल सरकार की 96.5 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
एसएंडपी ग्लोबल इंटेलिजेंस द्वारा जारी नई रैंकिंग में कंपनियों को जीवन, दुर्घटना और स्वास्थ्य संबंधी बीमा के आधार पर स्थान दिया गया है। टॉप ग्लोबल लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों की लिस्ट में एशिया 17 स्थानों पर है।
यह एक नॉन-लिंक्ड, गैर-भागीदारी, व्यक्तिगत बचत, संपूर्ण जीवन बीमा योजना है। कंपनी का मानना है कि नई बीमा पॉलिसी 'जीवन उत्सव' बाजार में हलचल मचाने के लिए तैयार है।
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