पीपीएफ एकाउंट (PPF account ) में हर साल न्यूनतम निवेश की रकम नहीं डाले जाने पर यह खाता इनएक्टिव यानी निष्क्रिय हो जाता है।
आप अपने नाम पर या किसी नाबालिग के अभिभावक के रूप में पीपीएफ एकाउंट खुलवा सकते हैं। वर्तमान में पीपीएफ एकाउंट में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का सालाना निवेश किया जा सकता है।
पीपीएफ के अलावा सरकार की तरफ से सुकन्या समृद्धि योजना, नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट, पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट और सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम जैसी कई छोटी बचत योजनाएं है। इसमें से सुकन्या समृद्धि योजना फिलहाल सबसे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रही है।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Yojana:SSY), राष्ट्रीय बचत पत्र (National Savings Certificate: NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), किसान विकास पत्र (KVP) और तमाम पोस्ट ऑफिस बचत योजनाओं का संचालन कर रही है।
खास बात यह है कि अगर खाताधारक बंद पड़े पीपीएफ खाते के अलावा कोई अन्य पीपीएफ अकाउंट खुलवाना चाहता है तो नियम इसकी अनुमति नहीं देते हैं।
आज हम यहां सरकार की नौ लघु बचत योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें निवेश से आप गारंटीड रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
इस स्कीम में निवेश पर आपको इनकम टैक्स में 80C के तहत आयकर छूट का लाभ मिलता है। वहीं, इसके ब्याज से होने वाली आय पूरी तरह आयकर के दायरे से बाहर होती है।
सरकार ने वित्त वर्ष 2020-21 की शुरुआत से ही PPF, NSC, SCSS, KVP तथा सुकन्या समृद्धि योजना सहित तमाम लघु बचत योजनाओं पर दिए जाने वाले ब्याज की दर में भारी कटौती की है।
बच्चों के लिए निवेश करने में बड़ी सावधानी बरतनी चाहिए। हड़बड़ी में निवेश करने के बजाये ठंडे दिमाग से प्लानिंग करनी चाहिए।
निवेश करने के लिए यह जरूरी नहीं है कि आपके पास ढेरों पैसे होने चाहिए। आप हर महीने 500 या 1000 रुपए के साथ भी निवेश कर अपने भविष्य को सुरक्षित रख सकते हैं।
अपना एकाउंट रिवाइव कराने के लिए बैंक या पोस्ट ऑफिस 50 रुपए की पेनाल्टी भी लगाते हैं। जो भी आपकी बकाया राशि है उसे भरने के साथ पेनाल्टी भी देना होगा।
डाक विभाग ने पीपीएफ समेत सभी लघु बचत योजनाओं की पहुंच ग्रामीण इलाकों तक पहुंचाने के लिए बड़ा कदम उठाया है।
आज हम आपको बताएंगे कि कितनी आसानी से आप अपने पीपीएफ अकाउंट के आधार पर बहुत कम ब्याज पर ऋण ले सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटियों को बचाने और पढ़ाने वाली महत्वाकांक्षी योजना सुकन्या समृद्धि योजना पर भी ब्याज की दर को घटा दिया गया है।
2020-21 की पहली तिमाही पीपीएफ पर ब्याज 7.1 प्रतिशत होगा
पीपीएफ एकाउंट को परिपक्वता अवधि के बाद भी बिना कोई राशि जमा किए चालू रखा जा सकता है
पीपीएफ खाते पर सरकार द्वारा तय की जाने वाली दर के हिसाब से ब्याज दिया जाता है। पीपीएफ खाते में राशि जमा करने पर टैक्स कटौती का लाभ भी मिलता है।
बचत को लेकर पुरूषों के मुकाबले महिलाएं कुछ ज्यादा ही सतर्क होती हैं। एक सर्वे के अनुसार करीब 58 प्रतिशत महिलाएं अपना पैसा मियादी जमा या लोक भविष्य निधि में जमा करना चाहती हैं।
प्रत्येक वित्त वर्ष के दौरान इसमें अधिकतम 1.5 लाख रुपए का निवेश किया जा सकता है। पीपीएफ एकाउंट पर चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है।
यह ब्याज दर लोक भविष्य निध (पीपीएफ) पर मिलने वाले ब्याज के बराबर है।
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