भारती एयरटेल एकमात्र कंपनी रही, जिसकी बाजार हैसियत बढ़ी है। शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही।
पिछले सप्ताह ट्रंप की शुल्क घोषणाओं और आर्थिक सुस्ती पर नए सिरे से चिंता पैदा होने से शेयर बाजार में बड़ी गिरावट आई थी।
बीएसई सेंसेक्स 740.30 अंक उछलकर 73,730.23 अंक पर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई निफ्टी में भी 254.65 अंकों की तेजी रही।
पिछले 10 वर्षों के डेटा से पता चलता है कि निफ्टी में 2016, 2017, 2019, 2021, 2022, 2023 और 2024 में तेजी रही, जबकि 2015, 2018 और 2020 में गिरावट के साथ बंद हुआ।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘निवेशकों की निगाह आगामी महत्वपूर्ण संकेतकों मसलन अमेरिका के मुख्य पीसीई मूल्य सूचकांक और भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के आंकड़ों पर रहेगी।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा, आगे चलकर निवेशकों की नजर कंपनियों के तिमाही नतीजों और आगामी वृहद आर्थिक आंकड़ों पर रहेगी। इनमें औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी), उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़ें शामिल हैं।
शेयर बाजार में आज नए हफ्ते की शुरुआत हो रही है। बजट के बाद आज का दिन काफी अहम होने वाला है। ट्रंप की नीति से ट्रेड वॉर की शुरुआत हो चुकी है। आइए जानते हैं कि आज बाजार का मूड कैसा रह सकता है।
कारोबार के दौरान पावर ग्रिड कॉर्प, जेएसडब्ल्यू स्टील, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, इंडसइंड बैंक और ग्रासिम इंडस्ट्रीज निफ्टी पर टॉप लूजर स्टॉक्स के तौर पर देखे गए। आईटी, मीडिया, मेटल, पीएसयू बैंक में बिकवाली देखी गई।
पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत नीचे आया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1,180.8 अंक या 4.76 प्रतिशत के नुकसान में रहा।
शेयर बाजार निवेशकों के लिए सोमवार काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। भारतीय बाजार की आगे की दिशा बाजार की मजबूती से तय होगी। अगर बाजार में तेजी जार रहेगी तो और तेजी देखने को मिलेगी।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि आज बेंचमार्क इंडेक्स में भारी बिकवाली देखी गई, निफ्टी 257 अंक नीचे बंद हुआ जबकि सेंसेक्स 790 अंक नीचे रहा।
शेयर बाजार की गिरावट में बहुत सारे निवेशक पैसा लगाते हैं। हालांकि, हमेशा यह रणनीति सहीं नहीं होती है। बहुत बार आपको बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बीएसई सेंसेक्स 121.89 अंक चढ़कर 80,359.87 अंक पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एनएसई 31.10 अंक चढ़कर 24,503.20 अंक पर ट्रेड कर रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशक उच्च रिटर्न देने की क्षमता के कारण स्मॉल-कैप और मिड-कैप म्यूचुअल फंड में निवेश जारी रखेंगे।
पिछले सप्ताह विदेशी कोषों की भारी निकासी से घरेलू बाजार में गिरावट आई।’’ पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 156.61 अंक या 0.19 प्रतिशत नीचे आया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में 110.2 अंक या 0.44 प्रतिशत की गिरावट आई।
दिग्गज मार्केट एक्सपर्ट संदीप जैन ने इंडिया टीवी को बताया कि बाजार में अभी 200 अंकों की और बड़ी गिरावट आ सकती है। उन्होंने बताया कि भारतीय बाजार आज के गिरावट के बाद और कमजोर हो गया है।
तीन दिन में सेंसेक्स 1,980.38 अंक या 2.38 प्रतिशत उछल चुका है। इससे बीएसई की सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 3 दिन में 8,30,975.85 करोड़ रुपये बढ़कर 4,76,03,923.17 करोड़ रुपये (5,700 अरब डॉलर) पर पहुंच गया है।
एशियाई बाजारों में चीन का शंघाई कम्पोजिट और जापान का निक्की-225 फायदे में रहे। अमेरिकी बाजार मंगलवार को मिले-जुले रुख के साथ बंद हुए थे। अमेरिकी फेड के फैसले से पहले शेयर बाजार सर्तक रुख अपना रहा है।
स्वास्तिक इनवेस्टमार्ट लि.के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘फेडरल ओपेन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की अगली बैठक सितंबर के मध्य में होनी है। लेकिन उससे पहले बाजार की नजर अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों पर होगी।
एसए ऑनलाइन के संस्थापक और सीईओ श्रेय जैन का कहना है कि यह पिछले दो महीने में निफ्टी के लिए सबसे अच्छा हफ्ता था। अमेरिका में आर्थिक आंकड़े अच्छे आने से बाजार को सहारा मिल रहा है और इस कारण निफ्टी और सेंसेक्स भी ऑल-टाइम पर बंद हुए।
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