
Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या के दिन को साल 2025 में बेहद खास माना जा रहा है। इस दिन अमावस्या तिथि के साथ ही महाकुंभ का अमृत स्नान भी है और साथ ही मकर राशि में बुध, सूर्य, चंद्रमा की त्रिग्रह युति भी इस दिन होगी। इन शुभ संयोगों में स्नान, दान करने से कई लाभ व्यक्ति को प्राप्त हो सकते हैं। इसके साथ ही इस दि कुछ पेड़ों की पूजा भी आपके लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकती है। आइए जानते हैं इन पेड़ों के बारे में।
अमावस्या पर पीपल के पेड़ की पूजा
हिंदू धर्म में माना जाता है कि पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। मौनी अमावस्या को लेकर यह मान्यता है कि इस दिन पितृ धरती पर आते हैं। ऐसे में अगर आप मौनी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करते हैं, पीपल के तले सरसों का दीपक जलाते हैं तो पितरों का आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है। पितृ दोष से आपको मुक्ति मिलती है और जीवन की बड़े से बड़ी परेशानी दूर हो जाती है।
तुलसी की पूजा
मौनी अमावस्या के दिन आपको तुलसी की पूजा भी अवश्य करनी चाहिए। तुलसी को माता लक्ष्मी का रूप माना जाता है। ऐसे में मौनी अमावस्या के दिन अगर आप तुलसी पूजन करते हैं, तुलसी के सामने दीपक जलाते हैं, कच्चा दूध तुलसी पर अर्पित करते हैं तो शुभ फल आपको प्राप्त होते हैं। मौनी अमावस्या के दिन तुलसी पूजन से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं, और आपकी आर्थिक समस्याओं को दूर करके घर में सुख-समृद्धि लाती हैं।
बेल के पेड़ की पूजा
बेल पत्र भगवान शिव को अतिप्रिय हैं। शिवलिंग पर बेल पत्र चढ़ाने से कई शुभ परिणाम आपको प्राप्त होते हैं। अगर आप मौनी अमावस्या के दिन बेल के पेड़ की पूजा करते हैं और बेल पत्र शिवलिंग पर चढ़ाते हैं तो शिव जी की कृपा आप पर बरसती है। आपकी सभी मनोकामनाओं को भगवान शिव पूरा करते हैं।
शमी के पेड़ की पूजा
शमी के पेड़ को शनि देव से संबंधित माना जाता है और शिव भगवान की कृपा भी शमी की पूजा करने से मिलती है। मौनी अमावस्या के दिन शमी के पेड़ की पूजा करने से आपको जीवन में सुख-शांति प्राप्त होगी। इससे शनि के बुरे प्रबाव दूर होंगे और साथ ही जीवन में आ रही अड़चनों से भी मुक्ति मिलेगी।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)
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