Saturday, April 20, 2024
Advertisement

गेंद पर लार या पसीने की जगह अन्य चीज लगाने की बहस में दो पक्ष में बंटे पूर्व खिलाड़ी

वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी माइकल होल्डिंग का मानना है कि कोविड-19 महामारी के का।रण गेंद से छेड़छाड़ के लिए किसी अन्य पदार्थ का इस्तेमाल को वैध बनाना ‘विरोधाभासी’ है।

India TV Sports Desk Edited by: India TV Sports Desk
Published on: April 27, 2020 18:42 IST
Former players divided into two sides in the debate of putting other things instead of saliva or swe- India TV Hindi
Image Source : GETTY Former players divided into two sides in the debate of putting other things instead of saliva or sweat on the ball

कोरोनावायरस का कहर इस समय चरम पर है। इस महामारी के कारण पूरा खेल जगत ठप पड़ा है। अभी तक ऐसे कोई असार नजर नहीं आ रहे कि खेल 

जल्द ही वापस शुरू हो पाएंगे। लेकिन अगर खेल शुरू भी हो जाते हैं तो खिलाड़ियों को सावधानी बरतनी होगी। इसी के मद्देनजर क्रिकेट के गलियारों में खबर है कि आईसीसी विचार कर रहा है कि कोविड-19 के बाद जब खेल शुरू होंगे तो इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए खिलाड़ी गेंद पर लार या पसीने की जगह किसी अन्य चीज का इस्तेमाल करें। कई क्रिकेट के ज्ञाताओं ने इस पर सहमती जताई है और कई खिलाड़ियों ने इस पर एतराज भी जताया है।

वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी माइकल होल्डिंग का मानना है कि कोविड-19 महामारी के कारण गेंद से छेड़छाड़ के लिए किसी अन्य पदार्थ का इस्तेमाल को वैध बनाना ‘विरोधाभासी’ है जबकि दक्षिण अफ्रीका के पूर्व महान गेंदबाज एलन डोनाल्ड ने इस पहल का समर्थन किया। पाकिस्तान के गेंदबाजी कोच और पूर्व दिग्गज वकार युनूस ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार और पसीने का विकल्प कुछ और नहीं हो सकता। 

होल्डिंग ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा,‘‘मैंने पढ़ा है कि आईसीसी कोविड-19 की वजह से गेंद पर लार का इस्तेमाल करने से रोकने पर विचार कर रही है और खिलाड़ियों से गेंद पर चमक बनये रखने के लिए अंपायर के सामने कृत्रिम पदार्थों का उपयोग करने की अनुमति देने की सोच रही है। मैं इसके पीछे के तर्क को नहीं समझ पा रहा हूं।’’ 

ये भी पढ़ें - पीसीबी ने उमर अकमल पर लगाया तीन साल का बैन, की थी ये शर्मनाक हरकत

वेस्टइंडीज के इस पूर्व दिग्गज ने कहा,‘‘आईसीसी को ऐसी स्थिति का सामना करने की जगह क्रिकेट को तभी शुरू करना चाहिए, जब माहौल पूरी तरह से सही हो।’’ 

होल्डिंग के कहा कि आईसीसी के मुताबिक क्रिकेट शुरू होने से पहले खिलाड़ियों को 14 दिनों तक आईसोलेशन में रहना होगा। उन्होंने सवाल उठाया जब खिलाड़ी इसे पूरा कर लेंगे तब लार का इस्तेमाल क्यों नहीं कर सकते? 

उन्होंने कहा,‘‘अगर दो सप्ताह अलग रहने के बाद भी किसी के स्वास्थ्य पर सवाल उठता है तो आप ऐसी स्थिति में क्रिकेट कैसे खेलेंगे। इसका यह मतलब होगा कि आप सबको खतरे में डाल रहे है।’’ 

पाकिस्तान के दिग्गज वकार ने स्पष्ट किया कि लार का उपयोग बहुत जरूरी है और प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के फिर से शुरू होने पर इसे हटाया नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा,‘‘एक तेज गेंदबाज के रूप में मैं इसे अस्वीकार करता हूं, क्योंकि यह (लार और पसीने का उपयोग करना) एक नेचुरल प्रक्रिया है। एक गेंद पूरे दिन एक हाथ से दूसरे हाथ जाती है। पसीने और लार का इस्तेमाल नेजुरल है। यह आदत की तरह है आप इस पर नियंत्रण नहीं कर सकते।’’

ये भी पढ़ें - कोरोना वायरस से प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोहली और डिविलियर्स नीलाम करेंगे अपनी यह खास चीजें

आप गेंदबाज को बाहरी चीज लगाने के लिए दे सकते है लेकिन खेल के दौरान उसे लार और पसीने का इस्तेमाल करने से रोकाना संभव नहीं होगा। डोनाल्ड हालांकि इस विचार के पक्ष में है। 

उन्होंने कहा,‘‘मैं गेंद से छेड़छाड़ को वैध बनाने से बिल्कुल सहमत हूं। मैंने 2000 के दशक में किसी लेख में ऐसा कहा था। यह वैसे भी होता है। हम देखते हैं कि लोग जमीन पर गेंद फेंकते हैं और अंपायर ऐसा करने से माना करते है। यह स्पष्ट है कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं। अगर इस पर अच्छी तरह से नजर रखी है तो यह काम कर सकता है।’’

(With PTI Inputs)

Latest Cricket News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Cricket News in Hindi के लिए क्लिक करें खेल सेक्‍शन

Advertisement

लाइव स्कोरकार्ड

Advertisement
Advertisement