बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने बुधवार को राष्ट्रीय चयन समिति का अध्यक्ष के रुप में भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर सुनील जोशी के नाम पर मुहर लगाई। वहीं, राष्ट्रीय चयन समिति में पूर्व तेज गेंदबाज हरविंदर सिंह को भी 5वें सदस्य के तौर पर शामिल किया गया।
बता दें, सीएसी को राष्ट्रीय चयन समिति के दो पदों के लिये कुल 40 आवेदन मिले थे। इनमें सिर्फ सुनील जोशी, हरविंदर, वेंकटेश प्रसाद, राजेश चौहान और लक्ष्मण शिवरामकृष्णन को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। आखिर में जोशी और हरविंदर के नाम पर मुहर लगी।
राष्ट्रीय चयन समिति का सदस्य बनने के लिए पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज अजीत अगरकर और पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया ने भी आवेदन किया था लेकिन वे अंतिम पांच उम्मीदवारों में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो सके।
गौरतलब है कि भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर सुनील जोशी ने 6 जून 1996 को इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में भारत की ओर से अपना टेस्ट डेब्यू किया था। वहीं, जोशी को इसी साल सितंबर में भारत के लिए अपना पहला वनडे मैच खेलने का मौका मिला। जोशी ने 1996 से 2001 के बीच भारत की ओर से कुल 15 टेस्ट में 41 विकेट अपना नाम किए। साथ ही उन्होंने 69 वनडे मैचों में 89 विकेट चटकाए।
जोशी का वनडे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 6 रन देकर 5 विकेट रहा है जो उन्होंने 1999 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ किया था। ये उस समय तक किसी भी भारतीय गेंदबाज का अनिल कुंबले के बाद वनडे में दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
जोशी के नाम टेस्ट और वनडे में क्रमश: 352 और 584 रन दर्ज हैं और उन्होंने दोनों ही फॉर्मेट में 1-1 अर्धशतक लगाने का कारनामा किया था। उन्होंने अपने करियर का आखिरी इंटरनेशनल मैच साल 2001 में पुणे में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे मैच के तौर पर खेला था।
सुनील जोशी ने कर्नाटक की तरफ से 160 फर्स्ट क्लास मैचों में 25.12 की औसत से 615 विकेट चटकाए हैं। यही नहीं, उनके नाम 5129 फर्स्ट क्लास रन भी दर्ज हैं। जोशी ने 21 जून 2012 को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान किया था।
संन्यास लेने के बाद जोशी ने कोचिंग में भी हाथ आजमाया। वह हैदराबाद क्रिकेट टीम, जम्मू-कश्मीर और असम की टीम के कोच रहे। दिसंबर 2015 में उन्हें ओमान क्रिकेट टीम का स्पिन गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया। वह कुछ दिनों तक बांग्लादेश टीम के स्पिन बॉलिंग कंसल्टेंट भी रहे।