![IND vs AUS, Border Gavaskar Trophy- India TV Hindi](https://resize.indiatv.in/resize/newbucket/1200_675/2023/02/collage-maker-09-feb-2023-08-1675953188.webp)
IND vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच नागपुर में खेला जा रहा है। इस मैच के शुरू होने से पहले पिचों को लेकर काफी ज्यादा बातें की जा रही है। इस मैच में स्पिन गेंजबाजों का बोलबाला रहा। भारतीय गेंदबाजों के सामने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज पूरी तरह से परेशान नजर आएं। वहीं भारतीय बल्लेबाज इसी पिच पर शानदार बल्लेबाजी करते नजर आएं। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पिच को लेकर एक बार फिर से शिकायत करते नजर आएं।
क्या बोले ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज
ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज पीटर हैंड्सकॉम्ब ने भारत के खिलाफ चार मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के शुरुआती दिन के खेल खत्म होने के बाद गुरुवार स्वीकार किया कि नागपुर की पिच ने उनकी टीम को ‘चकमा’ दिया जहां गेंद उनकी उम्मीदों के मुताबिक टर्न नहीं की। रविन्द्र जडेजा (47 रन पर पांच विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (42 रन पर तीन विकेट) ने आपस में आठ विकेट साझा किए जिससे ऑस्ट्रेलिया की पूरी टीम पहली पारी में 177 रन पर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया के कई बल्लेबाज खराब शॉट खेलकर आउट हुए। उनमें से कुछ ने टर्न के लिए खेला जब गेंद ने कोई हरकत नहीं की। मैच के पहले दिन स्टंप्स तक भारत ने एक विकेट पर 77 रन कर अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।
जडेजा को लेकर कही ये बात
हैंड्सकॉम्ब ने मैच के बाद प्रेस कॉनफ्रेंस में कहा, "निश्चित तौर पर वहां परिस्थितियां आसान नहीं थी। यह कठिन है क्योंकि पिच से होने वाली हरकत आपके दिमाग के साथ खेल रही थी। हमने हालांकि जितना सोचा था गेंद उतना टर्न नहीं हो रही थी। इसी से हमें परेशानी हुई, हम स्पिन के लिए खेल रहे थे और गेंद सीधी आ रही थी।" मैच में 31 रन बनाने वाले हैंड्सकॉम्ब ने टीम इंडिया के गेंदबाजों को तारिफ की और कहा कि उन्होंने कसी हुई लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी की जिससे रन बनाने का मौका नहीं मिला।
उन्होंने कहा, "बल्लेबाजी करना कठिन है, जडेजा बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे, वास्तव में हमारे बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने दे रहे थे। मुझे भी लगा कि उनके खिलाफ रन बनाना काफी कठिन है।" चार सालों के लंबे इंतजार के बाद टेस्ट टीम में कमबैक करने वाले हैंड्सकॉम्ब ने कहा, "मैंने अपने खेल पर काफी मेहनत की है, मानसिक रूप से रणनीतिक रूप से और अपनी तकनीक पर भी कड़ी मेहनत कर के टीम में वापसी करना अच्छा रहता है।"