लोकसभा चुनाव के मद्देनजर महाविकास अघाडी के नेताओं की महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर आज एक बैठक हुई। इस मीटिंग में उद्धव गुट और कांग्रेस-शरद पवार गुट शामिल हुए लेकिन सीटों को लेकर गतिरोध जस का तस बना हुआ है।
अखिलेश के लिए ये चुनाव अस्तित्व का सवाल है। हालांकि वो आज़म खान की बात सुनते हैं लेकिन रामपुर से चुनाव लड़ने की बात नहीं मानी, इसीलिए इतना कन्फ्यूजन पैदा हुआ।
बिहार में महागठबंधन में लोकसभा चुनाव को लेकर सीट शेयरिंग का फैसला अबतक फाइनल नहीं हुआ है। कहा जा रहा है कि पूर्णिया, औरंगाबाद और काराकाट सीट पर पेंच फंसा हुआ है।
प्रकाश अंबेडकर को बहुत हार्ड बार्गेनर माना जाता है। उनके इसी स्वभाव की वजह से सीट बंटवारे का मुद्दा इतना लंबा खिंच गया है। अब प्रकाश अंबेडकर को साथ लाने के लिए शरद पवार ने नई तरकीब निकाली है।
कांग्रेस ने अफने सहयोगी दल और लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद से बिहार की 15 लोकसभा सीटें मांगी हैं। अगले 2 से 3 दिन में राजद और कांग्रेस की एक बार फिर मीटिंग होगी जिसमे हर सीट पर चर्चा की जायेगी।
दे गुट की बैठक में फैसला हुआ है कि जो सीटे शिंदे शिवसेना के पास नहीं है उसमें से दक्षिण मुंबई, परभणी, रत्नागिरी सिंदुदुर्ग,उस्मानबाद ये सीटें बीजेपी को दें। अजित पवार की एनसीपी बारामती, रायगढ़, शिरूर, परभणी, गढ़चिरौली सीटें मांग रही है।
NDA कैंप में सबसे ज्यादा माथापच्ची महाराष्ट्र को लेकर चल रही है। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र के लिए NDA ने सीट शेयरिंग के दो फॉर्मूले तैयार किए हैं।
महाराष्ट्र में राजनीतिक पारा इन दिनों बढ़ा हुआ है। न एनडीए और न ही एमवीए दोनों की सीट शेयरिंग तय होन के बजाय बिगड़ी हुई ही दिख रही है। यहां समझें कि सीट शेयरिंग सभी के लिए कैसे चुनौती बनी हुई है?
भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने इस बार महाराष्ट्र की 48 में से 45+ लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। अमित शाह ने कहा है कि नरेंद्र मोदी को पीएम बनाना और महाराष्ट्र में 45 से ज्यादा सीटें जितना ही प्राथमिकता है।
कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) के बीच मुंबई की 6 लोकसभा सीट बंटवारे को लेकर जारी गतिरोध खत्म होने की खबर है। खबर आई है कि उद्धव ठाकरे कांग्रेस नेता जय निरुपम के लिए उत्तर पश्चिम मुंबई सीट छोड़ने के लिए राजी हो गए हैं।
महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सीट शेयरिंग के एक फॉर्मूले पर बात बन सकती है। हालांकि कई ऐसी भी सीटें है जिनपर अभी भी गतिरोध बना हुआ है।
गुरुवार को असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा ने जानकारी दी है कि लोकसभा चुनाव को लेकर असम की सीटों के लिए भाजपा, असम गण परिषद और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के बीच सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर सहमति बन गई है।
RLD के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने एनडीए के साथ जाने और लोकसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर कई सारे सवालों का जवाब दिया है। कल मथुरा में जयंत चौधरी ने अपने मथुरा से चुनाव लड़ने को लेकर भी जवाब दिया।
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान के बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की प्रमुख ममता बनर्जी ने कांग्रेस पार्टी के सामने बड़ा ऑफर रखा है।
महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा लगातार जारी है। इस बीच सूत्रों ने जानकारी दी है कि कांग्रेस ने मिलिंद देवड़ा की मानी जा रही एक बड़ी सीट पर ठाकरे से समझौता कर लिया है।
जदयू नेता केसी त्यागी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ अपना सोच रही है। केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस रूल स्टेट में या जहां कांग्रेस बड़ी पार्टी है वहां सबकुछ ठीक है। वहां किसी के साथ कोई सीट शेयरिंग नहीं है।
उद्धव ठाकरे की शिवसेना बीते कई दिनों से महाराष्ट्र की 23 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक रही है। इस दावे दावे के बाद अब कांग्रेस अलर्ट हो गई है और मुंबई में बैठक करने जा रही है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की कमिटी ने इंडिया गठबंधन के साथ सीट शेयरिंग को लेकर फॉर्मूला तय कर लिया है। अगले एक से दो दिनों में सहयोगी दलों के साथ कमिटी के सदस्य चर्चा करेंगे।
विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A में तनाव के बीच बड़ी खबर आई है। सूत्रो के मुताबिक, कांग्रेस ने सहयोगी दलों के सामने अपनी पसंदीदा लोकसभा सीटों की लिस्ट और नंबर रख दिए हैं।
ममता बनर्जी ने बीते गुरुवार को अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बंगाल को अकेले ही परखने की इच्छा जताई थी। इसके बाद से कांग्रेस और TMC के नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।
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