राज्यसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ तौर पर सरदार पटेल का नाम लेते हुए कहा कि अगर सरदार पटेल भारत के पहले प्रधानमंत्री होते तो जम्मू-कश्मीर की समस्या न होती।
गुजरात के वडोदरा में शुक्रवार रात एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां एक होटल के सीवर के चैंबर में जहरीली गैस के चलते 7 लोगों की मौत हो गई।
विश्व की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मूर्ति राजस्थान के नाथद्वारा में कुछ महीनों के भीतर तैयार हो जाएगी।
केंद्र ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी (सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा) के उद्घाटन समारोह के लिए मीडिया में प्रचार पर 2.64 करोड़ रुपये से ज्यादा पैसे खर्च किए। एक आरटीआई जवाब में बुधवार को यह खुलासा हुआ।
मुंबई के निकट अरब सागर तट पर बनाई जा रही छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर 3643.78 करोड़ रूपये की लागत आएगी।
गुजरात में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ से साढ़े तीन किलोमीटर दूर एक छोटे से शहर केवड़िया में 6,788 लोगों की संख्या वाली आबादी रहती है। इस शहर को जल्द ही रेलवे स्टेशन मिलने वाला है।
राजस्थान के नाथद्वारा में भगवान शिव की 351 फीट ऊंची प्रतिमा बनकर तैयार हो रही है।
थरूर ने कहा कि भाजपा के पास इस सवाल का जवाब नहीं है कि उन्होंने महात्मा गांधी की बड़ी प्रतिमा का निर्माण क्यों नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि यही कारण है कि वे (भाजपा) महात्मा गांधी के अहिंसा के सिद्धांतों में विश्वास नहीं करते।’’
यह एक ऐसी योजना थी जिसकी कल्पना नरेंद्र मोदी ही कर सकते थे। इसकी कल्पना उन्होने उस वक्त की थी जब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे।
मायावती ने कहा कि आम्बेडकर की तरह पटेल एक राष्ट्रीय व्यक्ति थे और उनका सम्मान भी था लेकिन भाजपा और उसकी केन्द्र सरकार ने उन्हें क्षेत्रवाद की संकीर्णता में बांध दिया है।
सरदार पटेल एक देशभक्त थे जो संयुक्त, धर्म निरपेक्ष और आजाद भात के लिए लड़े, वह स्टील जैसे मजबूत इरादे रखने वाले व्यक्ति थे और भीतर से कांग्रेसी थे: राहुल गांधी
इस अवसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरदार साहब ने संकल्प न लिया होता, तो आज गीर के शेर को देखने के लिए, सोमनाथ में पूजा करने के लिए और हैदराबाद के चार मीनार को देखने के लिए हमें वीज़ा लेना पड़ता
लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं पुण्यतिथि के मौके पर 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची 'स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी' का अनावरण किया।
सरदार पटेल की 143 वीं जयंती के अवसर पर आज देश भर में रन फॉर यूनिटी मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर दिल्ली के नेशनल स्टेडियम में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने मैराथन को हरी झंडी दिखाई।
प्रतिमा की कुल ऊंचाई 182 मीटर है। प्रतिमा में लगे पैर की ऊंचाई 80 फीट है जबकि हाथ की 70 फीट, कंधा 140 फीट और चेहरे की ऊंचाई 70 फीट है। अगर आपकी लंबाई 5.6 फीट है तो यह प्रतिमा आपसे 100 गुना बड़ी होगी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को गुजरात के केवड़िया में विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
अगर आपकी लंबाई 5.6 फीट है तो स्टैच्यू ऑफ यूनिटी आपसे 100 गुना बड़ा होगा
भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल को उनके योगदान के लिए देश की कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर, 2018 को उनकी 182 मीटर ऊंची प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
गुजरात के नर्मदा जिले में 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' के उद्घाटन का विरोध कर रहे जनजातीय लोगों ने मोदी और सरदार पटेल की 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' की तस्वीर वाले पोस्टरों को या तो फाड़ दिया या कालिख पोत दी है।
सौरभ भाई पटेल ने सोमवार को नीतीश से मुलाकात की और सरदार पटेल जयंती के अवसर पर ‘‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’’ के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण उन्हें दिया
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