
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा के बाद कई लोग बेघर हो गए। इस बीच पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार गुरुवार को राजभवन पहुंचे। इस दौरान मुर्शिदाबाद के दंगों में बेघर हुए लोगों का एक समूह भी उनके साथ था। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस से मुलाकात की और दंगों में बेघर हुए लोगों ने सीवी आनंद बोस को अपनी व्यथा सुनाई। प्रभावित लोगों ने राज्यपाल से उनकी नौकरी, आर्थिक मुआवजे और सुरक्षा के लिए स्थायी केंद्रीय बल व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी अनुरोध किया। बता दें कि फिलहाल पीड़ित कथित रूप से हमला किए जाने के बाद और अपने घरों से बाहर निकाले जाने के बाद राहत शिविरों में रह रहे हैं।
पीड़ितों ने राज्यपाल से की मुलाकात
पीड़ितों ने इस दौरान राज्यपाल को बताया कि उनके घरों के सामानों को लूट लिया गाय और घरों, दुकानों और संपत्तियों में आग लगा दी गई। इस कारण उन्हें केंद्रीय बलों की मदद से भागने के लिए मजबूर होने पड़ रहा है। पीड़ितों ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा आगे हिंसा को रोकने के लिए मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावित इलाकों में एक स्थायी बीएसएप शिविर लगाने की मांग की है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने में मदद की जाए, साथ ही आर्थिक मुआवजा भी सुनिश्चित किया जाए ताकि वे अपना जीवन फिर से शुरू कर सकें।
क्या बोले राज्यपाल
इस बैठक से पहले राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, ‘‘यह एक संवेदनशील मुद्दा है। मुझे उन पीड़ितों के प्रति पूरी सहानुभूति है जिन्होंने अपने घर और आजीविका खो दी है। मैं उनकी शिकायतें सुनने और एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए उनसे मिलूंगा।’’ वहीं बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, ‘‘ये लोग लक्षित हिंसा के शिकार हैं। राज्य सरकार उन्हें बचाने में विफल रही है।’’ भाजपा पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बड़े पैमाने पर राजनीतिक हिंसा और अराजकता का आरोप लगा रही है जबकि राज्य सरकार ने ऐसे दावों से इनकार किया है।