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चीनी कंपनी की हुई किरकिरी! आईस्पेस का रॉकेट प्रक्षेपण के बाद हुआ विफल, नष्ट हो गए 3 उपग्रह

चीन में एक कंपनी का रॉकेट प्रक्षेपण विफल हो गया है। मिशन विफल होने की वजह से तीन उपग्रह भी नष्ट हो गए हैं। रॉकेट का पहला, दूसरा और तीसरा चरण सामान्य रूप से प्रक्षेपित हुआ, लेकिन चौथे चरण में गड़बड़ी आ गई थी।

Edited By: Amit Mishra @AmitMishra64927
Published : Jul 12, 2024 22:09 IST, Updated : Jul 12, 2024 22:09 IST
चीन में रॉकेट प्रक्षेपण के बाद हुआ विफल (सांकेतिक तस्वीर)- India TV Hindi
Image Source : AP चीन में रॉकेट प्रक्षेपण के बाद हुआ विफल (सांकेतिक तस्वीर)

बीजिंग: चीन में रॉकेट निर्माण स्टार्ट-अप को एक बार फिर प्रक्षेपण विफलता का सामना करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप वैश्विक मौसम पूर्वानुमान और भूकंप की चेतावनी के लिए एक वाणिज्यिक समूह के तीन उपग्रह नष्ट हो गए। कंपनी आईस्पेस द्वारा निर्मित 24 मीटर के ठोस ईंधन वाले रॉकेट हाइपरबोला-1 को बृहस्पतिवार को चीन के गोबी रेगिस्तान में जिउक्वान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर से प्रक्षेपित किया गया था। 

चौथे चरण में आई गड़बड़ी

हांगकांग स्थित ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार, कंपनी ने कहा, ‘‘रॉकेट का पहला, दूसरा और तीसरा चरण सामान्य रूप से प्रक्षेपित हुआ, लेकिन चौथे चरण में गड़बड़ी आ गई और प्रक्षेपण मिशन विफल हो गया।’’ कंपनी ने कहा कि विस्तृत जांच के बाद अभियान की नाकामी के विशिष्ट कारणों की घोषणा जल्द से जल्द की जाएगी। इस रॉकेट की क्षमता 300 किलोग्राम पेलोड को 500 किमी दूरी पर स्थित सूर्य-तुल्यकालिक कक्षा में पहुंचाने की है। यह तियानजिन स्थित युन्याओ एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी कंपनी के लिए युन्याओ-1 मौसम उपग्रह 15, 16 और 17 को ले जा रहा था। उपग्रह कक्षा तक नहीं पहुंच सके।

जानें पूरी योजना

‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार, युन्याओ एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी ने अगले वर्ष तक अपने 90 उपग्रहों वाले युनयाओ-1 समूह को पूरा करने के लिए इस वर्ष लगभग 40 उपग्रहों को प्रक्षेपित करने की योजना बनाई थी। युन्याओ एयरोस्पेस के प्रतिनिधि ने जनवरी में ‘तियानजिन डेली’ को बताया था, ‘‘हमारा समूह विदेशी एकाधिकार को तोड़ देगा और ‘बेल्ट एंड रोड’ पहल में शामिल देशों को उच्च-रिजॉल्यूशन, बेहद-सटीक और मौसम निगरानी एवं भूकंप की प्रारंभिक चेतावनी सेवाएं प्रदान करेगा।’’ 

यह भी जानें

वर्ष 2019 में, आईस्पेस हाइपरबोला-1 के साथ पृथ्वी की कक्षा में पहुंचने वाली चीन की पहली निजी रॉकेट कंपनी बन गई। लेकिन तब से, रॉकेट लगातार तीन मौकों पर विफल हो चुका है। समस्याओं में प्रथम चरण के स्टीयरिंग फिन का इन्सुलेशन फोम गिरने से क्षतिग्रस्त होना तथा दूसरे चरण के ऊंचाई नियंत्रण प्रणाली में ईंधन का रिसाव शामिल है। इस महीने की शुरुआत में रॉकेट निर्माता कंपनी स्पेस पायनियर ने बताया था कि उसका एक शक्तिशाली रॉकेट परीक्षण के दौरान संरचनात्मक त्रुटि के कारण ‘‘अनजाने में प्रक्षेपण’’ के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। (भाषा)

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