
तेहरानः विदेशी धरती पर भारत ने एक बार फिर अपनी कूटनीति का जादू दिखाया है। इजरायल-ईरान युद्ध के बीच फंसे भारतीय छात्रों के लिए तेहरान ने अपना एयर स्पेस खोल कर भारत के साथ अच्छे संबंधों का निर्वहन किया है। बता दें कि ईरान ने सिर्फ भारत के लिए अपना एयर स्पेस चालू करने की घोषणा की जिसके बाद मशहद से करीब 1,000 भारतीय छात्रों को वापस लाने के लिए कुल 3 विशेष महन एयर उड़ानें नई दिल्ली पहुंचने का रास्ता साफ हो गया था, और पहली फ्लाइट शुक्रवार की रात करीब 11:30 बजे दिल्ली पहुंच भी गई। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व का परिचायक माना जा रहा है। बता दें कि 19 जून को भी 110 भारतीय छात्रों का जत्था ईरान से स्वदेश आया था।
आज रात तक तेहरान से दिल्ली लौटेंगे भारतीय छात्र
ईरान ने सिर्फ भारत के लिए खोला अपना हवाई क्षेत्र खोला है। इसके बाद कुल मिलाकर 1,000 छात्र दिल्ली लौटेंगे। इन छात्रों में से करीब 500 कश्मीरी छात्र हैं। जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुएहामी ने बताया था, 'मशहद से भारतीय छात्रों को लाने के लिए तीन विशेष उड़ानें नई दिल्ली आएंगी। कुल 1,000 छात्र इन फ्लाइट्स से वापस लौट रहे हैं। हवाई क्षेत्र बंद होने के बावजूद भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष अनुमति दी गई है। पहली फ्लाइट शुक्रवार रात 11:30 बजे, दूसरी शनिवार सुबह 10:00 बजे और तीसरी शनिवार शाम 4:30 बजे (IST) पहुंचेगी। चूंकि ये विशेष उड़ानें हैं, इसलिए समय में बदलाव हो सकता है।'
ईरान में कुल भारतीय नागरिकों और छात्रों की संख्या क्या है
2025 की शुरुआत तक भारत सरकार की ओर से दी गई एक जानकारी के अनुसार ईरान में कुल लगभग 10,000 भारतीय नागरिक मौजूद थे, जिनमें 6,000 छात्र शामिल हैं। अब तक विदेश मंत्रालय के अनुसार ईरान में कुल 10,320 भारतीय नागरिक मौजूद थे, जिसमें 445 भारतीय मूल के अन्य लोग भी शामिल हैं। यानी कुल मिलाकर 10,765 भारतीय ईरान में मौजूद हैं। वर्तमान युद्ध की स्थिति में, लगभग 6,000 भारतीय छात्र ईरान में हैं। जबकि बाकी अन्य नागरिक हैं। इनमें पेशेवर, व्यापारी आदि की संख्या में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है।
क्यों हो रही भारतीयों की वापसी?
भारतीयों की वापसी ईरान–इज़राइल युद्ध का असर बढ़ने के चलते हो रही है। इज़रायल ने 13 जून को ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर करीब 200 लड़ाकू विमानों से हवाई हमले किए। ईरान ने इसके जवाब में अब तक 400 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोन से इजरायल पर पलटवार किया। तेज और अनिश्चित मिसाइल हमलों, सायरन की आवाज, पावर कट और इंटरनेट ब्लैकआउट जैसी स्थितियों ने भारतीय छात्रों और नागरिकों में भारी चिंता पैदा कर दी है। इसी दौरान भारत ने इजरायल से अपने लोगों को निकालने के लिए Operation Ajay शुरू और ईरान से छात्रों को लाने के लिए ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है।