
सानाः ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिकी सेना के हमले के बाद जंग का दायरा बढ़ने की आशंका तेज हो गई है। इजरायल के खिलाफ युद्ध में साथ देने के लिए यमन की सेना ईरान के साथ खड़ी हो गई है। यमन की मिलिट्री ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिये ऐलान किया है कि वह इजरायल के खिलाफ जंग में ईरान के साथ है। वहीं लेबनान में इस युद्ध में एंट्री करने से इनकार कर दिया है। जबकि पाकिस्तान, ओमान और कतर ने ईरान पर अमेरिकी हमले की सख्त निंदा की है।
यमन ने आधिकारिक रूप से युद्ध में कूदने का ऐलान किया
सेना ने कहा, "यमन आधिकारिक रूप से युद्ध में प्रवेश करेगा। कृपया अपनी जहाजों को हमारी जलसीमा से दूर रखें।" बता दें कि इससे पहले भी यमन के हूतिये हमास और हिजबुल्लाह के समर्थन में इजरायल पर लगातार मिसाइल और रॉकेट हमले करते आ रहे हैं। उन्होंने इसके अलावा लाल सागर और अदन की खाड़ी में इजरायल व उसके समर्थक देशों के जहाजों पर भी कई बार बड़ा मिसाइल हमला किया है। यमन ने एक बार फिर इजरायल को चेतावनी दे दी है।
पाकिस्तान ने की अमेरिकी हमले की निंदा
ओमान के बाद पाकिस्तान ने भी ईरान पर अमेरिकी हमले की निंदा की है। पाकिस्तान ने ईरान के न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिकी हमले को गलत ठहराया है। पाकिस्तान ने कहा है कि ईरान की न्यूक्लियर साइट्स पर अमेरिका का हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर के खिलाफ है और यह एनपीटी का उल्लंघन है। ओमान और कतर ने भी ईरान पर अमेरिकी हमले को गलत ठहराया है।