Saturday, April 20, 2024
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Crime News : आखिर क्यों मिली इस अपराधी को 380 साल की सजा

Crime News : 6 मई 2010 में अमेरिकी शेयर बाजार एक मिनट में ही 1 ट्रिलियन से भी ज्यादा लुढ़क गया। अमेरिकी बाजार धड़ाम हो गया जिसके पीछे भारतीय मूल का नागरिक साराव था। नविंदर सिंह सराव को दुनिया की सबसे ज्यादा 380 साल की सजा हुई।

Niraj Kumar Edited By: Niraj Kumar
Updated on: September 27, 2022 17:51 IST
Navinder Singh Sarao- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Navinder Singh Sarao

Highlights

  • फ्लैश क्रैश के रूप में एक फ्लैश में 40 मिलियन डॉलर कमाए
  • नविंदर सिंह सराव को सबसे ज्यादा सजा 380 साल की हुई सजा

Crime News : 6 मई 2010 अमेरिकी शेयर बाजार के लिए भयानक दिन था। अमेरिकी बाजार एक ही दिन में (1000 अंक/1 ट्रिलियन) नीचे चला गया। इस को होने में महज 5 ही मिनट लगे। इस घटना को फ्लैश क्रैश का नाम दिया गया है। 

बाजार लगभग तुरंत पलट गया

इसके पीछे ब्रिटेन के रहने वाले भारतीय नविंदर सिंह सराव और उनकी निवेश कंपनी का हाथ था। फ्लैश क्रैश के रूप में उन्होंने एक फ्लैश में 40 मिलियन डॉलर कमाए।

नविंदर ने यह कैसे किया?

नविंदर सिंह सराव ने अलग-अलग मूल्य बिंदुओं पर एक साथ बड़ी मात्रा में बिक्री के आदेश देकर ऐसा किया। इस तकनीक को लेयरिंग के रूप में शेयर मार्किट में जाना जाता है। साराव ने पर्याप्त आपूर्ति की उपस्थिति बनाई और निवेशक ने एक क्लाउड पर आकर इसमें निवेश किया। सराव ने निवेशकों की मांग को बार-बार संशोधित किया ताकि वे बाजार मूल्य के करीब बने रहें। और आमतौर पर आदेशों को निष्पादित किए बिना रद्द कर दिया।

जब इस गतिविधि के कारण कीमतें गिर गईं, तो सराव ने वायदा अनुबंधों को फिर से खरीदने के लिए कम कीमत पर बेच दिया। और यह सब उन्होंने अपने एल्गो ट्रेडिंग कौशल और अपनी प्रोग्रामिंग के माध्यम से किया।

गहन जांच के बाद खुला मामला

21 अप्रैल 2015 को, नविंदर सराव को गिरफ्तार कर लिया गया और एक पुलिस स्टेशन ले जाया गया। यहां इससे जब गहन पूछताछ की गयी तो उसने अपने द्वारा किये गए एस फ्रॉड की जानकारी दी। पुलिस ने सराव पर धोखाधड़ी और बाजार में हेराफेरी के 22 मामलों का आरोपी पाया। कोर्ट ने सराव को इस धोखाधड़ी के लिए अधिकतम  380 साल की सजा सुनाई। यह सजा अभी तक की दुनिया में सबसे बड़ी सजा है। यह सजा आर्थिक मामलों में दी गयी सबसे बड़ी सजा है।

सराव की असल कहानी भी दिलचस्प है

सराव ने 2003 में एक अखबार के विज्ञापन के लिए आवेदन करने के बाद एक सुपरमार्केट के ऊपर एक आर्केड में व्यापार करना सीखा। शून्य से चलकर उन्होंने ट्रैकसूट और लाल, भारी-शूज की एक जोड़ी पहनकर S&P 500 फ्यूचर्स को खरीदने और बेचने के लिए लाखों डॉलर का बैंक रोल बनाया। अदालत के दस्तावेजों के अनुसार, कुछ ही सालों में सराव के पास अपना घर था। सराव ने करोड़ों डॉलर कमाए, लेकिन उसने अपने परिवार या दोस्तों को नहीं बताया क्योंकि वह चिंतित था कि वे उसके साथ अलग व्यवहार करेंगे। उनकी सबसे असाधारण खरीद एक पुरानी वोक्सवैगन थी।

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