नई दिल्ली: राज योगनी दादी प्रकाशमणि की 18वीं पुण्यतिथि के मौके पर भारत और नेपाल में 3 दिन का ब्लड डोनेशन कैंप आयोजित किया गया। इस दौरान ब्रह्माकुमारी संस्था से जुड़े लोगों ने अलग-अलग राज्यों में ब्लड डोनेशन कैंप लगाए। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में 400 से ज्यादा ब्लड डोनेशन कैंप लगाए गए हैं।
बन सकता है वर्ल्ड रिकॉर्ड
भारत और नेपाल को मिलाकर 10 हजार से ज्यादा ब्लड डोनेशन कैंप बीते तीन दिनों में लगाए गए हैं। कैंपों की इतनी बड़ी संख्या एक वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही है। कहा जा रहा है कि आयोजन अगर इसी तरह आगे बढ़ता रहा तो ये गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकता है।
क्या है आयोजन का उद्देश्य?
ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा रक्तदान शिविर के आयोजन का उद्देश्य लोगों को जागरुक कर ये बताना है कि रक्तदान कितना जरूरी है और इससे कितने लोगों की जान बचाई जा सकती है। ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा आयोजित कैंप की खासियत ये है कि इन कैंपों में 18 साल से लेकर 70 साल तक के बुजुर्ग शामिल हुए हैं। कैंप में बताया गया है कि कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्तदान कर सकता है।
ब्रह्माकुमारी संस्था के लोगों का कहना है कि स्वैच्छिक रक्तदान एक महत्वपूर्ण सेवा है जो प्रतिदिन असंख्य लोगों की जान बचाती है। ये शिविर न केवल अस्पतालों में स्वस्थ और पर्याप्त रक्त आपूर्ति बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं, बल्कि रक्तदान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाने में भी मदद करते हैं, खासकर युवा पीढ़ी के बीच। ये शिविर सेवा, एकता और करुणा की भावना को बढ़ावा देते हैं। ये ऐसे मूल्य हैं जो समाज के समग्र ताने-बाने को बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
बता दें कि ब्रह्माकुमारी संस्था ने विश्व बंधुत्व दिवस के उपलक्ष्य में 22 से 25 अगस्त 2025 तक रक्त की आवश्यकता को पूरा करने और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के उद्देश्य से भारत और नेपाल में एक राष्ट्रव्यापी विशाल रक्तदान अभियान का आयोजन किया है।