मुंबई: सरकार गठन को लेकर जारी रस्साकशी के बीच भाजपा ने बुधवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार के विपक्ष में बैठने के बयान का स्वागत किया। महाराष्ट्र में भाजपा और उसके सहयोगी दल शिवसेना के बीच सरकार गठन पर खींचतान जारी है। शिवसेना मुख्यमंत्री पद के लिए 50:50 का फार्मूला चाहती है, लेकिन भाजपा इस पर तैयार नहीं है। पवार ने पत्रकारों से कहा कि भाजपा-शिवसेना सरकार मौजूदा परिदृश्य में राज्य में एकमात्र व्यवहार्य विकल्प है।
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत के साथ बैठक के बाद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इस बात से इनकार किया कि कांग्रेस के बाहर से समर्थन के साथ वह उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल होने जा रहे है। भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, ‘‘मैं पवार के फैसले का स्वागत करता हूं कि राकांपा विपक्ष में बैठेगी।’’ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के 13 दिनों बाद भी सरकार गठन को लेकर गतिरोध बना हुआ है। इस तरह की अफवाहों का दौर चल रहा है कि राकांपा सरकार गठन में शिवसेना का समर्थन कर सकती है।
भाजपा नेता ने कहा कि शिवसेना और भाजपा के बीच गठबंधन ‘‘एच2ओ’’-पानी की रासायनिक संरचना- की तरह है जिससे कुछ लोगों द्वारा प्रयासों के बावजूद अलग नहीं किया जा सकता है। मुनगंटीवार ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘यह सही समय पर पता चल जाएगा कि इस गठबंधन में कौन है।’’ पिछले विधानसभा चुनाव के विपरीत भाजपा और शिवसेना ने यह चुनाव मिलकर लड़ा था। राज्य की 288 सदस्यीय विधानसभा में दोनों पार्टियों ने 161 सीटों पर जीत दर्ज की है।