नई दिल्ली। भारत और चीन दुनियाभर में भले ही सोने के सबसे बड़े कंज्यूमर हैं लेकिन जब बात सोने के भंडार की आती है तो अकेला अमेरिका पूरी दुनिया पर भारी पड़ता है। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दुनियाभर में आधिककारिक तौर पर सोने का जितना भंडार है उसका 24 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा अकेले अमेरिका के पास है, WGC के मुताबिक अप्रैल में वैश्विक स्तर पर पूरी दुनिया में कुल 33827.8 टन सोने का आधिकारिक भंडार दर्ज किया गया है जिसमें से अमेरिका के पास 8133.5 टन सोने का आधिकारिक रिजर्व है।
रूस भी दबाकर खरीद रहा है सोना
आंकड़ों के मुताबिक अपने सोने का भंडार बढ़ाने के लिए रूस भी पिछले कुछ सालों से काफी प्रयास कर रहा है, रूस ने 2015 से लेकर 2017 के बीच हर साल 200 टन से ज्यादा सोने की खरीद की है, 2006 से लेकर फरवरी 2018 तक रूस अपने सोने के भंडार को 1493.6 टन बढ़ाकर 1880.5 टन कर चुका है और दुनियाभर में छठा सबसे बड़ा आधिकारिक सोने का रिजर्व रखने वाला देश बन गया है।
ये हैं ज्यादा सोना रखने वाले देश
WGC के मुताबिक गोल्ड रिजर्व के मामले में अमेरिका के बाद 3373.6 टन सोने के साथ दूसरे नंबर पर जर्मनी, 2814 टन सोने के साथ तीसरे नंबर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, 2451.8 टन सोने के साथ चौथे नंबर पर इटली और 2436 टन सोने के साथ पांचवे नंबर पर फ्रांस है।
भारत टॉप 10 में भी शामिल नहीं, तुर्की ने भारत को पछाड़ा
भारत के पास आधिकारिक तौर पर सोने का सिर्फ 558 टन रिजर्व है और वह टॉप 10 में भी शामिल नहीं है, WGC के मुताबिक सोने के आधिकारिक रिजर्व के मामले में भारत 12वें स्थान पर है, पिछले कुछ समय से तुर्की ने सोने के अपने आधिकारिक रिजर्व में तेजी से बढ़ोतरी की है और भारत को 11वें स्थान से हटाकर खुद यह स्थान हासिल कर लिया है, 2017 में तुर्की ने 187.7 टन और 2018 के शुरुआती 2 महीने में 26.2 टन सोने की खरीद की है।