भारतीय उपभोक्ता अब त्योहारों के दौरान बड़ी खरीदारी के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल अधिक समझदारी और लाभ-केंद्रित तरीके से कर रहे हैं। इस साल त्योहारी सीज़न में क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं के खर्च में भारी उछाल आया है, जो उपभोक्ताओं की बढ़ती क्रय शक्ति और क्रेडिट कार्ड के फायदों के प्रति बढ़ती जागरूकता को दर्शाता है। डिजिटल कंज्यूमर क्रेडिट मार्केटप्लेस, पैसाबाजार के एक लेटेस्ट सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। सर्वे के चौंकाने वाले आंकड़े बताते हैं कि इस साल 42% से अधिक क्रेडिट कार्ड यूजर्स ने फेस्टिव शॉपिंग पर ₹50,000 से अधिक खर्च किए हैं। इसी तरह, ₹50,000 से ₹1 लाख तक की खरीदारी 22% यूजर्स ने की, जबकि ₹1 लाख से अधिक की शॉपिंग करने वालों की हिस्सेदार 20% प्रतिभागियों ने अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके ₹1 लाख से ज़्यादा की खरीदारी की।
ये आंकड़े स्पष्ट रूप से दर्शाते हैं कि उपभोक्ता अब क्रेडिट कार्ड का उपयोग बड़ी और महंगी वस्तुओं जैसे टिकाऊ उपभोक्ता सामानों को खरीदने के लिए कर रहे हैं। सर्वेक्षण में शामिल 2,300 से अधिक प्रतिभागियों के अनुसार, दिवाली पर क्रेडिट कार्ड से सबसे ज़्यादा खर्च- होम एप्लायंसेस, 25% मोबाइल, गैजेट्स और एक्सेसरीज़ में, 23% कपड़े में, 22% फर्नीचर और डेकोर, 18% सोना और ज्वेलरी और 12% मूल्य-केंद्रित खरीदारी पर हुए।
ऑफर्स का प्रभुत्व
सर्वेक्षण से पता चला कि उपभोक्ता अब क्रेडिट कार्ड ऑफर्स के अनुसार अपनी खरीदारी की योजना बनाते हैं, जिससे पता चलता है कि त्योहारी खर्च वैल्यू-ड्रिवन होता जा रहा है। 91% से अधिक क्रेडिट कार्ड उपयोगकर्ताओं ने कार्ड ऑफर के अनुसार अपनी खरीदारी की योजना बनाई। सिर्फ 10% से भी कम लोगों ने बिना किसी विशेष डील या ऑफर के सामान्य रिवॉर्ड्स पर भरोसा किया। पैसाबाज़ार की सीईओ, संतोष अग्रवाल ने कहा कि त्योहारों में महंगी चीजों की खरीदारी के लिए क्रेडिट कार्ड का बढ़ता उपयोग इस बात का संकेत है कि उपभोक्ता अब ज्यादा फायदे और सुविधा चाहते हैं। कंज़्यूमर्स अपनी बड़ी खरीदारी को त्योहारों के ऑफर्स और कार्ड से मिलने वाले रिवॉर्ड्स के साथ प्लान करते हैं। हमारे सर्वे से यह बात साफ है कि कंज़्यूमर्स में क्रेडिट कार्ड के प्रति जागरूकता और उसकी लोकप्रियता दोनों तेज़ी से बढ़ रही है।
उपभोक्ता प्रोत्साहन और EMI का चुनाव
क्रेडिट कार्ड पर मिलने वाले लाभों ने इसे फेस्टिव शॉपिंग के लिए एक पसंदीदा माध्यम बना दिया है।
पसंदीदा प्रोत्साहन प्रतिशत
कैशबैक 20% (सबसे ज़्यादा पसंद)
को-ब्रांडेड ऑफर्स 19%
एक्सेलरेटेड रिवॉर्ड पॉइंट्स 18%
EMI लेने वाले उपभोक्ताओं में, 56% कंज़्यूमर्स ने 'नो-कॉस्ट EMI' को चुना, जबकि 29% ने बेहतर डिस्काउंट प्राप्त करने के लिए EMI का विकल्प चुना।
बदलते खरीदारी के तरीके
सर्वे में उपभोक्ता व्यवहार में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखा गया है, जहां 48% प्रतिभागियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन (दुकान) खरीदारी के मिश्रित तरीके को प्राथमिकता दी। उपभोक्ता अक्सर बेहतर ऑफ़र के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं, लेकिन खरीदारी करने से पहले उत्पाद का अनुभव लेने के लिए फ़िज़िकल स्टोर्स पर जाना पसंद करते हैं। हालांकि, डील्स और डिस्काउंट के मामले में, 83% प्रतिभागियों ने बताया कि उन्हें Amazon और Flipkart जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर सबसे बेहतर ऑफर्स मिले, जबकि केवल 7% ने फ़िज़िकल स्टोर्स को अधिक लाभदायक पाया। सर्वे ने यह भी पुष्टि की कि ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स में Amazon (43%) और Flipkart (43%) उपभोक्ताओं की सबसे बड़ी पसंद बने हुए हैं।






































