धनतेरस और दिवाली के पास आते ही सोने के बाजार में फिर से हलचल तेज हो गई है। पिछले कुछ हफ्तों में रिकॉर्ड लेवल पर पहुंचने के बाद अब सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। विश्लेषकों का कहना है कि आने वाले हफ्ते में सोने के भाव एक बार फिर झूला झूल सकते हैं, क्योंकि इन्वेस्टर अब घरेलू त्योहारी मांग, अमेरिका के महंगाई आंकड़ों और फेडरल रिजर्व के रुख पर नजरें गड़ाए बैठे हैं। आपको बता दें कि पिछले हफ्ते सोने के दाम 2.75% की बढ़त के साथ 1,23,677 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड लेवल तक पहुंच गए थे। हालांकि, हफ्ते के अंत में मुनाफावसूली के चलते दामों में करीब 3000 रुपये की गिरावट आई। एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह सिर्फ अस्थायी सुधार है, जबकि लॉन्ग टर्म में सोने के भावों में मजबूती बनी रह सकती है।
त्योहारों की खरीदारी और अमेरिकी डेटा से तय होगा रुख
जेएम फाइनेंशियल सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट प्रणव मेर का कहना है कि इस हफ्ते इन्वेस्टर्स का फोकस दो बड़े फैक्टर्स पर रहेगा। पहला, भारत में सोने की फिजिकल डिमांड और दूसरा अमेरिका की आर्थिक स्थिति। दिवाली से पहले देशभर में ज्वेलरी की खरीदारी बढ़ने की उम्मीद है, जिससे घरेलू बाजार में डिमांड बनी रहेगी। वहीं, अमेरिका में महंगाई के ताजा आंकड़े और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चीन पर टैरिफ पॉलिसी इंटरनेशनल लेवल पर सोने की दिशा तय करेंगे।
फेडरल रिजर्व की नजरों में रहेगा बाजार
इस हफ्ते अमेरिकी फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल सहित कई टॉप अधिकारी अपने बयान देंगे, जिनसे सोने की निकट भविष्य की चाल पर संकेत मिल सकते हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर अमेरिका में महंगाई बढ़ती है या ब्याज दरों में बदलाव के संकेत मिलते हैं, तो सोने की कीमतों में फिर तेजी देखी जा सकती है।
ग्लोबल बाजार में भी रिकॉर्ड तेजी
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की चमक बरकरार है। कॉमेक्स पर दिसंबर डिलीवरी वाला सोना इस हफ्ते 1.06% की बढ़त के साथ USD 4,018 प्रति औंस तक पहुंचा। वहीं, स्पॉट गोल्ड ने USD 4,059 प्रति औंस का नया रिकॉर्ड बनाया।






































