नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए ने इंडिगो के फ्लाइट ऑपरेशन, रिफंड और दूसरी प्रक्रियाओं की निगरानी बढ़ाने के लिए गुरुवार को एयरलाइन के मुख्यालय से निगरानी शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, DGCA के अधिकारी अब रोजाना एयरलाइन की स्थिति पर रिपोर्ट पेश करेंगे, क्योंकि IndiGo को हाल ही में पायलट और क्रू ड्यूटी नियमों के कार्यान्वयन में योजना विफलताओं के कारण बड़े परिचालन व्यवधानों का सामना करना पड़ा है। इन व्यवधानों के चलते हजारों उड़ानें रद्द हो चुकी हैं।
निगरानी के लिए तैनात किए गए अधिकारी
बुधवार को DGCA ने IndiGo के गुरुग्राम स्थित मुख्यालय पर निगरानी पैनल के दो सदस्य तैनात करने का आदेश दिया। पीटीआई की खबर के मुताबिक, ये अधिकारी फ्लाइट कैंसिलेंशन की स्थिति, क्रू की तैनाती, अनियोजित छुट्टियों और कर्मचारियों की कमी से प्रभावित रूटों की निगरानी करेंगे। इसके साथ ही, डीजीसीए ने IndiGo के सीईओ पीटर एल्बर्स को गुरुवार को 3 बजे अपने कार्यालय में पेश होने के लिए तलब किया और उनसे हाल के परिचालन व्यवधानों के संबंध में एक विस्तृत रिपोर्ट और सभी संबंधित डेटा की मांग की।
दो अधिकारी करेंगे निगरानी
डीजीसीए के आदेश के तहत, दो अधिकारी- एक वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी और एक उप निदेशक-IndiGo के कॉर्पोरेट कार्यालय में तैनात किए जाएंगे। उनका मुख्य कार्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के रद्दीकरण की स्थिति, रिफंड स्थिति, समय पर प्रदर्शन, नागरिक उड्डयन नियमों के अनुसार यात्रियों को मुआवजा और बैगेज की वापसी की निगरानी करना होगा। इसके अतिरिक्त, डीजीसीए के वरिष्ठ अधिकारी 11 प्रमुख घरेलू हवाई अड्डों पर IndiGo के संचालन का ऑन-साइट निरीक्षण करेंगे। सभी अधिकारी अगले 2-3 दिनों में अपनी-अपनी तैनाती वाली उड़ान पट्टियों का दौरा करेंगे और रिपोर्ट तैयार करके डीजीसीए के उड़ान सुरक्षा विभाग के संचालन निदेशक को 24 घंटे के भीतर सौंपेंगे।
फ्लाइट कैंसिलेशन की स्थिति
पिछले सप्ताह से, IndiGo ने नए सुरक्षा नियमों के तहत अपने संचालन को ठीक से लागू करने में विफल रहने के कारण देश भर में हजारों उड़ानें रद्द कीं। 5 दिसंबर को अकेले 1,600 उड़ानें रद्द होने का रिकॉर्ड बना, हालांकि इसके बाद रद्दीकरण की संख्या में कमी आई है। एयरलाइन ने मंगलवार को कहा कि उसकी संचालन स्थिति अब स्थिर हो गई है और सामान्य हो गई है, लेकिन 5 दिसंबर को हुई रद्दीकरण की संख्या ने यात्रियों को भारी परेशानियों में डाल दिया।
सर्दी के मौसम में शेड्यूल में बदलाव
2025-26 के शीतकालीन शेड्यूल के तहत IndiGo रोजाना 2,200 से अधिक उड़ानें संचालित कर रही थी, लेकिन नागरिक उड्डयन मंत्रालय के 10 दिसंबर के आदेश के अनुसार, इसे अब 10 प्रतिशत तक घटा दिया गया है। यह कार्रवाई IndiGo द्वारा 2 दिसंबर से 4,000 से अधिक उड़ानें रद्द करने के बाद की गई, जिसके कारण हजारों यात्री यात्रा के बीच फंस गए। इससे यात्रियों की छुट्टियां, महत्वपूर्ण बैठकें और शादियां प्रभावित हुईं, और वे लंबे समय तक हवाई अड्डों पर फंसे रहे।
IndiGo का विशाल बाजार हिस्सेदारी
IndiGo वर्तमान में भारतीय हवाई यात्रा के बाजार का 65 प्रतिशत से अधिक हिस्सा नियंत्रित करती है। ऐसे में इन व्यवधानों के दूरगामी प्रभाव का अंदाजा लगाया जा सकता है, क्योंकि इसके संचालन में आने वाली समस्याएं न केवल एयरलाइन की साख पर असर डाल सकती हैं, बल्कि पूरे विमानन क्षेत्र को प्रभावित कर सकती हैं।






































