
पंजाब सरकार ने बुधवार को राज्य का बजट पेश कर दिया है। पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने राज्य के लिए 2.36 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया है। इसमें मादक पदार्थों की समस्या से निपटने और स्वास्थ्य क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया गया है। अपने बजट भाषण के दौरान चीमा ने नशे की समस्या को रोकने के लिए आम आदमी पार्टी (आप) नीत पंजाब सरकार के मादक पदार्थ रोधी अभियान के बारे में बात की। चीमा ने कहा कि पंजाब सरकार नशे की व्यापकता, नशा मुक्ति केंद्रों के उपयोग आदि को समझने के लिए पंजाब में पहली बार मादक पदार्थ से जुड़ी गणना करने जा रही है।
65 लाख परिवारों को स्वास्थ्य बीमा
उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में पंजाब की उल्लेखनीय प्रगति के पीछे मुख्यमंत्री भगवंत मान का दूरदर्शी नेतृत्व प्रेरक शक्ति का बड़ा योगदान रहा है। चीमा ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए कुल 2,36,080 करोड़ रुपये के बजट व्यय का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सीमा पर सीमा सुरक्षा बल (BSF) के साथ 5,000 होमगार्ड तैनात करके दूसरी रक्षा पंक्ति स्थापित करेगी। चीमा ने कहा कि पंजाब के इतिहास में पहली बार भगवंत मान सरकार ने आगामी वित्त वर्ष में राज्य स्वास्थ्य बीमा योजना को सार्वभौमिक बनाने और राज्य के सभी 65 लाख परिवारों को ‘कवर’ करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि इस योजना में कोई रोक या भेदभाव नहीं होगा तथा ग्रामीण या शहरी, अमीर या गरीब हर कोई इसका लाभ ले पाएगा।
इंडस्ट्री के लिए 3,426 करोड़ रुपये का बजट
पंजाब सरकार ने बजट में इंडस्ट्री को 250 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन से वित्तीय सहायता दी है। अमृतसर में यूनिटी मॉल और एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए 120 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट शुरू किए गए। लुधियाना में ऑटो पार्ट्स एवं हैंड टूल्स टेक्नोलॉजी के लिए 10 करोड़ रुपये का अपग्रेड है। साथ ही औद्योगिक क्षेत्र का बजट 3,426 करोड़ रुपये आवंटित किया गया है।
(पीटीआई/भाषा के इनपुट के साथ)