भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है। पहलगाम में 22 अप्रैल को सैलानियों पर हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने की तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी बीच, कंगाल पाकिस्तान भारत को युद्ध में हराने के सपने देख रहा है, जो खुद दुनिया के पैसों पर पल रहा है। यूं तो पाकिस्तान के पास कई देशों और कई बैंकों का कर्ज है, लेकिन पाकिस्तान को सबसे ज्यादा कर्ज देने के मामले में चीन का नाम सबसे ऊपर है। यहां हम जानेंगे कि पाकिस्तान पर किसका और कितना कर्ज है?
IMF
31 मार्च, 2025 तक, पाकिस्तान पर IMF का कुल 6.23 बिलियन डॉलर का कर्ज है। इसमें लोन और आउटस्टैंडिंग क्रेडिट दोनों शामिल हैं। सितंबर 2024 में, पाकिस्तान को IMF से 7 बिलियन डॉलर का लोन मिला था। ये लोन पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने और उसके कर्ज के बोझ को दूर करने के उद्देश्य से एक व्यापक कार्यक्रम का हिस्सा था।
वर्ल्ड बैंक
पाकिस्तान पर वर्ल्ड बैंक का लगभग 20.6 बिलियन डॉलर बकाया है। ये देश के कुल बाहरी कर्ज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वर्ल्ड बैंक ने देश भागीदारी ढांचे के तहत 2026 से शुरू होने वाले अगले दशक में पाकिस्तान को 20 बिलियन डॉलर उधार देने का संकल्प लिया है। इस लोन पैकेज का उद्देश्य पाकिस्तान की विकास चुनौतियों का समाधान करना है।
एशियन डेवलपमेंट बैंक
31 दिसंबर, 2024 तक, एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने पाकिस्तान को पब्लिक सेक्टर लोन, ग्रांट और टेक्निकल असिस्टेंस में कुल 43.4 बिलियन डॉलर देने की प्रतिबद्धता जताई थी। एशियन डेवलपमेंट बैंक के साथ पाकिस्तान के सॉवरेन पोर्टफोलियो में 53 लोन और 3 ग्रांट शामिल हैं, जिनकी कीमत करीब 9.13 बिलियन डॉलर है।
चीन
पाकिस्तान को मिलने वाले कुल कर्ज में सबसे बड़ी हिस्सेदारी चीनी कर्ज की है। पाकिस्तान के कुल बाहरी कर्ज का 22 प्रतिशत हिस्सा, चीन का है। कंगाल पाकिस्तान के कंधों पर चीन का करीब 28.8 बिलियन डॉलर का कर्ज है, जो आईएमएफ, वर्ल्ड बैंक, एशियन डेवलपमेंट बैंक के कर्ज से भी ज्यादा है।



































