
अमेरिका और चीन के बीच बड़ी ट्रेड डील हुई है। दोनों ही देशों ने एक दूसरे देशों के प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को काफी हद तक घटा दिया है। चीन ने अमेरिका से आने वाले प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को 90 दिन के लिए 125 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा है। वहीं, अमेरिका ने जिनेवा में ट्रेड टॉक के दौरान चीनी प्रोडक्ट्स पर टैरिफ को 145 फीसदी से घटाकर 30 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा है।
ट्रेड टेंशन हुई कम
जिनेवा में जारी एक जॉइंट स्टेटमेंट के अनुसार, दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं ने दोनों देशों में निर्मित वस्तुओं पर टैरिफ को अस्थायी रूप से कम करने पर सहमति व्यक्त की है। 2 अप्रैल को डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड टेंशन को कम करने की दिशा में यह पहला कदम है।
फेंटानिल पर भी हुई बात
ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने कहा, "हमारी फेंटानिल पर आगे बढ़ने के कदमों पर बहुत मजबूत और प्रोडक्टिव चर्चा हुई। हम इस बात पर सहमत हैं कि कोई भी पक्ष अलग नहीं होना चाहता। दोनों पक्ष आर्थिक और व्यापार संबंधों के बारे में चर्चा जारी रखने के लिए एक सिस्टम स्थापित करेंगे।"
ट्रंप ने दी थी जानकारी
इससे पहले रविवार रात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल मीडिया अकाउंट पर चीन के साथ ट्रेड डील फाइनल होने की जानकारी दी था। उन्होंने इसमें एग्रीमेंट का लेटर भी अटैच किया है। इसमें लिखा गया है कि अमेरिका जिनेवा में चीन के साथ व्यापार समझौते की घोषणा करता है। इस एग्रीमेंट में ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट के हवाले लिखा गया है "मुझे यह रिपोर्ट करते हुए खुशी हो रही है कि हमने संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बीच बहुत महत्वपूर्ण व्यापार वार्ता में पर्याप्त प्रगति की है। सबसे पहले मैं अपने स्विस मेजबान को धन्यवाद देना चाहता हूं। स्विस सरकार ने हमें यह अद्भुत स्थान प्रदान करके बहुत दयालुता दिखाई है और मुझे लगता है कि इससे हमें बहुत अधिक उत्पादकता देखने को मिली है।"