सरकारी स्वामित्व वाली लाइफ इंश्योरेंस कंपनी जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के शेयरों ने एचडीएफसी लाइफ और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ जैसी प्रतिद्वंद्वियों से बेहतर प्रदर्शन किया है। ऐसा इसलिए संभव हो सका, क्योंकि इसने भारत के विकास क्षेत्रों, जिसमें इंफ्रास्ट्रक्चर भी शामिल है, पर दांव लगाया है, जबकि निजी क्षेत्र ने तकनीक, उपभोक्ता और उपभोक्ता-संबंधित बीएफएसआई कंपनियों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। भाषा की खबर के मुताबिक, स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, एलआईसी का शेयर 18 जून, 2023 को 620 रुपये से करीब 79 फीसदी बढ़कर मंगलवार को 1,109.15 रुपये पर पहुंच गया है।
एक साल में इन कंपनियों के शेयर
खबर के मुताबिक, बात अगर एचडीएफसी लाइफ की करें तो मंगलवार को बीएसई पर 646.55 रुपये के बंद भाव की तुलना एक साल पहले 666.55 रुपये के मुकाबले इसने निगेटिव रिटर्न दिया। वहीं, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस कंपनी ने 18 जून 2023 को 582 रुपये से बढ़कर 654 रुपये पर पहुंचने के बाद 12 प्रतिशत का रिटर्न दिया। बीते एक साल में एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस के शेयर 1,314 रुपये से बढ़कर 1,621.20 रुपये पर पहुंच गए हैं। इस तरह इसने 23 प्रतिशत रिटर्न दिया है।
बुनियादी ढांचा क्षेत्र के उभरने का लाभ उठाना बाकी
विश्लेषकों ने कहा कि अधिकांश भारतीय बीमा कंपनियों को अभी भी देश के बुनियादी ढांचा क्षेत्र के उभरने का लाभ उठाना बाकी है। भारतीय बीमा कंपनियों ने बीएफएसआई, आईटी और उपभोक्ता क्षेत्रों में निवेश केंद्रित किया है - जिनमें से सभी हाल के दिनों में कम प्रदर्शन करने वाले रहे हैं। उनके निवेश का केवल 8-10 प्रतिशत ही बुनियादी ढांचा क्षेत्र में है। ग्लोबल स्टैंडर्ड की तुलना में यह बहुत कम है। विश्लेषकों ने नोट किया कि एलियांज, निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस और मेटलाइफ जैसी बड़ी वैश्विक बीमा कंपनियों और बर्कशायर हैथवे जैसी दूसरी बीमा कंपनियों का बुनियादी ढांचा क्षेत्र में 15 से 30 प्रतिशत तक का बहुत बड़ा जोखिम है।
बैंकों के शेयर का हाल
बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अधिक निवेश के साथ एसबीआई के शेयर में इस साल 48 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। यह 592 रुपये से बढ़कर 880 रुपये तक चला गया। जबकि इसके निजी समकक्ष एचडीएफसी बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक तथा एक्सिस बैंक के शेयरों में केवल (-)3 प्रतिशत से 24 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, बुनियादी ढांचा क्षेत्र में नगण्य निवेश के साथ कोटक और एचडीएफसी बैंक सबसे खराब प्रदर्शन कर रहे हैं,और उनके शेयरों ने निगेटिव रिटर्न दिया है। कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर 18 जून 2023 को 1,895 रुपये पर थे और मंगलवार को 1,805 रुपये पर बंद हुए।






































