
दिग्गज शेयर बाजार निवेशक और मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के सह-संस्थापक मोतीलाल ओसवाल और रामदेव अग्रवाल ने त्वरित आपूर्ति सेवा कंपनी जेप्टो (Zepto) के 10 करोड़ डॉलर (लगभग 848 करोड़ रुपये) मूल्य के शेयर संयुक्त रूप से खरीदे हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। घटनाक्रम से परिचित सूत्रों ने सोमवार को कहा कि ओसवाल और अग्रवाल ने शेयर बाजार में लेनदेन के जरिये जेप्टो के इन शेयरों को खरीदा है। दोनों निवेशकों ने पांच-पांच करोड़ डॉलर मूल्य के शेयर खरीदे हैं। सूत्रों ने कहा कि ये शेयर विदेशी निवेशकों से हासिल किए गए हैं।
आईपीओ लाने की तैयारी में है कंपनी
यह सौदा जेप्टो के प्रस्तावित आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) से पहले भारतीय स्वामित्व को बढ़ाने के लिए जारी प्रयासों का हिस्सा है। फिलहाल जेप्टो में भारतीय निवेशकों का स्वामित्व 42 प्रतिशत से थोड़ा अधिक है। हालांकि, आने वाले समय में कुछ अन्य सौदों के जरिये इस हिस्सेदारी को बढ़ाने की योजना है। आईपीओ के पहले घरेलू शेयरधारिता को 50 प्रतिशत से अधिक करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए अतिरिक्त हिस्सेदारी बिक्री का दूसरा दौर भी प्रस्तावित है। सूत्रों ने कहा कि 25 करोड़ डॉलर की शेयर बिक्री के इस दौर में मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज अपने ग्राहकों के जरिये आगे चल रही है।
ये कंपनियां भी रेस में शामिल
एडलवाइस और हीरो फिनकॉर्प भी इन लेनदेन में भाग ले रही हैं, जिससे कुल राशि 35 करोड़ डॉलर हो गई है। इस संदर्भ में जेप्टो को भेजे गए सवालों का कोई जवाब नहीं मिला। पिछले साल अगस्त में, जेप्टो ने जनरल कैटालिस्ट के नेतृत्व में 5 अरब डॉलर के मूल्यांकन पर 340 मिलियन डॉलर का फंडिंग राउंड हासिल किया। ड्रैगन फंड और एपिक कैपिटल सहित अन्य नए निवेशकों ने इस राउंड में भाग लिया, जबकि स्टेपस्टोन, लाइटस्पीड, डीएसटी और कॉन्ट्रारी जैसे मौजूदा निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई।
जेप्टो का सीधा मुकाबला स्विगी के इंस्टामार्ट, जोमैटो की ब्लिंकिट और फ्लिपकार्ट के मिनट्स के साथ है। टाटा समूह, रिलायंस और अमेजन जैसे समूहों ने इसी तरह के व्यवसाय मॉडल में एंट्री मारी है।