पुरानी कार या सेकेंड हैंड कार खरीदने के बाद बीमा पॉलिसी अपने नाम पर करवाएं ताकि हादसे की स्थिति में आपको कवर मिल सके और कोई जुर्माना न लगे।
अगर आप पहली कार सेकेंड हैंड खरीद रहे हैं तो आपको कार के इस्तेमाल, फ्यूल की लागत और गाड़ी की कंडीशन पर खासतौर से ध्यान देना चाहिए। अगर स्मार्ट तरीके से और पूरी पड़ताल के बाद आप खरीदारी करते हैं तो आपका यह फैसला सही साबित हो सकता है।
सुनिश्चित करें कि रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट आपके नाम पर ट्रांसफर हो हो गया है। अगर कार किसी दूसरे राज्य में रजिस्टर्ड है, तो एनओसी की जरूरत होती है।
अगर कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को पुरानी कार बेचता है, तो उस पर जीएसटी नहीं लगेगा। जानकार का कहना है कि जहां रजिस्टर्ड यूनिट ने आयकर अधिनियम 1961 की धारा 32 के तहत मूल्यह्रास का दावा किया है, ऐसी स्थिति में जीएसटी सिर्फ सप्लायर के मार्जिन वाले मूल्य पर देना होगा।
एक बार कार खरीदने के बाद, सुनिश्चित करें कि रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) आपके नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया है। अगर कार दूसरे राज्य में रजिस्टर्ड है, तो एनओसी की जरूरत होती है।
ट्रू वैल्यू फिलहाल देश के 281 शहरों में मौजूद हैं। देखभर में इसके आउटलेट या शोरूम की संख्या 560 है।
आपको बता दें कि सेकेंड हैंड कार के लिए बैंक जो लोन देते हैं उस पर न्यूनतम ब्याज दर 9.25 फीसदी से शुरू होती है। कुछ बैंक 20 फीसदी तक ब्याज वसूलते हैं।
अगर आपको पास सेकेंड हैंड कार है तो आपने इसके रजिस्ट्रेशन डॉक्यूमेंट को अपडेट नहीं कराया है तो आपके गाड़ी को जब्त कर लिया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
मंत्रालय के मुताबिक नए नियम से वाहनों की खरीद-बिक्री के सम्बंध में धोखाधड़ी से पर्याप्त सुरक्षा भी मिलेगी।
भारत के सेकेंड हैंड कारों के बाजार में अब मारुति के ट्रू वैल्यू को टक्कर देने के लिए अब किआ भी मैदान में उतर गई हैै। कंपनी ने 30 शहरों में अपने आउटलेट खोलने की घोषणा की है।
अगर आप सेकेंड हैंड कार खरीदने का विचार कर रहे हैं तो कार खरीदने से पहले कुछ चीजें ध्यान में रखें जैसे कार की कंडीशन कैसी है, इंजन, टायर, मेटेनेंस रिकॉर्ड। अगर आपको कार की जानकारी नहीं है तो आप किसी जानकार या फिर मैकेनिक को अपने साथ लेकर जा सकते हैं।
यह कार दिल्ली में रजिस्टर्ड है। इसे आप एक लाख नहीं बल्कि इससे कम कीमत में ले सकते हैं। कार के मालिक ने इसे बेचने के लिए 85 हजार रुपये कीमत रखी है। इसके साथ कोई भी फाइनेंस प्लान उपलब्ध नहीं है।
कंपनियों का मानना है कि कोरोनो वायरस महामारी के बीच आवाजाही को लेकर लोग अपने वाहन को तरजीह देंगे और पुरानी कारों की खरीद-बिक्री में लंबी अवधि के दौरान वृद्धि होगी।
सेकेंड हैंड कारों के बाजार में उत्पाद, सेवा, वित्तीय पेशकश और ब्रांड अनुभव नई कार की तरह ही होता है।
पुरानी कार खरीदने और बेचने में सहायता करने वाली cardekho.com ने पुरानी कार खरीदने वालों को फाइनेंस उपलब्ध कराने के लिए हीरो फिन कॉर्प के साथ करार किया है।
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