Saturday, April 27, 2024
Advertisement

चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं भूल से भी न करें ये गलतियां, वरना पेट में पल रहे बच्चे पर पड़ेगा दुष्प्रभाव

ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को बहुत ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत होती है। उनकी ज़रा सी लारवाही से आने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

Poonam Yadav Written By: Poonam Yadav @R154Poonam
Updated on: October 26, 2023 15:43 IST
Grahan Effects On Pregnancy- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Grahan Effects On Pregnancy

इस बार 28 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है और उसी दिन चंद्र ग्रहण पड़ रहा रहा है। भारतीय समयानुसार इस चंद्र ग्रहण का स्पर्श काल देर रात 1 बजकर 5 मिनट पर होगा, जबकि इसका मोक्ष काल देर रात 2 बजकर 24 मिनट पर होगा। इस ग्रहण का कुल पर्वकाल 1 घंटा 19 मिनट का होगा, जबकि इसका सूतक 28 अक्टूबर की शाम 4 बजकर 5 मिनट से ही शुरू हो जायेगा। माना जाता है कि ग्रहण में वातावरण की किरणें नकारात्मक प्रभाव छोड़ती हैं। इसलिए ग्रहण और सूतक काल में कुछ भी खाने-पीने की मनाही रहती है। क्योंकि किरणों का नकारात्मक प्रभाव खाने-पीने की सामग्री पर पड़ता है, जिसके सेवन से स्वास्थ्य प्रभावित होता है। इसके अलावा ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को बहुत ज़्यादा ध्यान देने की ज़रूरत होती है। उनकी ज़रा सी लारवाही से आने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव पड़  सकता है। चलिए आपको बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान

  • चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को अपना खास ख्याल रखना चाहिए। उन्हें किसी भी तरह का काम नहीं करना चाहिए।

  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय रसोई से संबंधित कोई भी कार्य नहीं करना चाहिए।

  • उन्हें सुई में धागा नहीं डालना चाहिये। कुछ छीलना या काटना नहीं चाहिये। 

  • गर्भवती महिला के आस-पास से ग्रहण के निगेटिविटी को दूर करने के लिये उनके कमरे के बाहर गोबर या गेरु से स्वास्तिक का चिन्ह बनाना चाहिए। 

  • ग्रहण के समय गभ्वती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए और ना ही ग्रहण को कभी भी डायरेक्ट आंखों से देखना चाहिए।

  • गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दिन ज्यादा से ज्यादा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। महिलाओं को पूजा-पाठ में मन लगाना चाहिए।

मंत्रों का करें उच्चारण

इसके अलावा ग्रहण के दौरान हाथ जोड़कर भगवान या अपने इष्टदेव का ध्यान करते हुए उनके मंत्रों का तेज आवाज में उच्चारण करना चाहिए| चन्द्र ग्रहण के दौरान चन्द्रदेव के मंत्रों का भी तेज आवाज़ में उच्चारण करना चाहिए। चन्द्रदेव के मंत्र इस प्रकार हैं- इसके अलावा इस मन्त्र का भी जप कर सकते है। मन्त्र है- ‘ऊँ ऐं ह्रीं सोमाय नमः।‘ साथ ही विश्वेदेवो का ध्यान भी करना चाहिए। आपको बता दूं कि- विश्वेदेवो में दस देवता सम्मिलित हैं- इनमें इन्द्र, अग्नि, सोम, त्वष्ट्रा, रुद्र, पूखन्, विष्णु, अश्विनी, मित्रावरूण और अंगीरस शामिल हैं। आज इन सबका मंत्रों के साथ इस प्रकार ध्यान करना चाहिए-  ऊँ इन्द्राय नमः। ऊँ अग्नये नमः। ऊँ सोमाय नमः। ऊँ त्वष्ट्राय नमः। ऊँ रुद्राय नमः। ऊँ पूखनाय नमः। ऊँ विष्णुवे नमः। ऊँ अश्विनीये नमः। ऊँ मित्रावरूणाय नमः। ऊँ अंगीरसाय नमः

ग्रहण के बाद करें ये काम

ग्रहण के बाद घर की साफ-सफाई करके पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए तथा घर के मंदिर में रखे सभी देवी-देवताओं की मूर्तियों और चित्रों पर भी गंगाजल का छिड़काव करके स्नान करना चाहिए। 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।)

ये भी पढ़ें-

26 October 2023 Ka Panchang: जानिए गुरुवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय

Papankusha Ekadashi 2023: इस तरह रखें पापांकुशा एकादशी का व्रत, भगवान विष्णु होंगे प्रसन्न, जानें लें मंत्र से लेकर पूजा विधि

शरद पूर्णिमा के दिन लगे चंद्र ग्रहण से बदलेगा भाग्य का खेल, इन राशियों की चमकेगी किस्मत, बस कर लें ये उपाय

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Festivals News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement