Wednesday, May 15, 2024
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Kali Chaudas 2023: आज मां काली की पूजा करने से मिट जाएंगे जीवन के भारी संकट, ये है पूजा का मुहूर्त और नियम

दीपावली से ठीक एक दिन पहले यानी आज छोटी दीपावली, नरक चतुर्दशी और हनुमान जयंती मनाई जाएगी। वहीं काली चौदस पर्व भी आज मनाया जाता है। हर साल कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को काली चौदस मनाया जाता है। आइये जानते हैं आज काली चौदस के दिन क्या किया जाता है और इस दिन किनकी पूजा की जाती है।

Aditya Mehrotra Written By: Aditya Mehrotra
Published on: November 11, 2023 6:00 IST
Kali Chaudas 2023- India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Kali Chaudas 2023

Kali Chaudas 2023: आज दीपावली का दूसरा पर्व छोटी दीपावली का दिन है। दीपावली में जहां धन की देवी मां लक्ष्मी की आराधना की जाती है, वहीं छोटी दीपावली की मध्य रात्रि में कुछ जगह पर मां काली की विशेष रूप से पूजा करने का विधान है। इसी कारण इसे काली चौदस भी कहा जाता है। प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन काली चौदस मनाया जाता है। आज 11 नवंबर 2023 के दिन शनिवार को काली चौदस है। आइये जानते हैं काली चौदस के दिन मां काली की पूजा करने के पीछे क्या मान्यता है।

कार्तिक की अमावस्या मां काली पूजा के लिए विशेष

आज छोटी दीपावली के दिन मध्य रात्रि को अमावस्या तिथि लग जाएगी और कार्तिक मास की यह अमावस्या तिथि साल की सबसे घनी अमावस्या की तिथियों में से एक होती है। मां काली की साधना के लिए धार्मिक ग्रंथों में अमावस्या की तिथि को सर्वश्रेष्ठ बताया गया है। कार्तिक मास की अमावस्या साल की सबसे घनी अमावस्या होने के कारण यह मां काली की पूजा अर्चना करने के लिए और भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस लिए इसे काली चौदस कहा जाता है। 

काली चौदस का महत्व

मां काली देवी शक्तियों में से एक हैं। इनका स्वभाव उग्र है और इनकी उपासना से शत्रु बाधा से मुक्ति मिलती है। मान्यता है कि काली चौदस में मां काली की पूजा करने से जीवन में चल रही सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है, रुके हुए कार्य पूर्ण होते हैं और जीवन में नकारात्मक विचारों से छुटकारा मिलता है। मां काली अपने भक्तों के ऊपर एक भी आंच नहीं आने देती हैं। देवी का यह स्वरूप सबसे शक्तिशाली है। मां काली ने अनेक राक्षसों का वध किया है और सारे देवता इनके आगे नत्मस्तक होते हैं। काली चौदस के दिन जो भी मां की पूजा करते हैं उनकी हर मनोकामना शीघ्र पूर्ण हो जाती है और वह शत्रु बाधा से भी मुक्त हो जाते हैं।

काली चौदस पूजा का शुभ मुहूर्त

  • काली चौदस - 11 नवंबर 2023 दिन शनिवार
  • काली चौदस पूजा मुहूर्त - 11 नवंबर की रात 11 बजकर 39 मिनट से 12 नवंबर की रात 12 बजकर 32 मिनट तक।
  • पूजा का कुल समय - 53 मिनट। 

मां काली की पूजा के नियम

  • मां काली की पूजा करने से पहले संकल्प लें।
  • पूजा स्थल पर मां काली की प्रतिमा रखने से पहले चौकी रखें और उस पर मां काली की प्रतिमा रखें।
  • उसके बाद हाथ जोड़ें और माता रानी को अक्षत, कुमकुम, रोली, कपूर, हल्दी और नारियल चढ़ाएं।
  • पूजा के दौरान मां की प्रतिमा के सामनें अखंड ज्योत जरूर जलाएं या हो सके तो एक दीप अवश्य जलाएं।
  • पूजा के शुभ समय में मां काली के मंत्रों का जाप करें और उनसे हाथ जोड़ कर प्रार्थना करें।

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। । इंडिया टीवी एक भी बात की सत्यता का प्रमाण नहीं देता है।) 

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