Friday, May 10, 2024
Advertisement

Margashirsha Amavasya 2023: साल 2023 की आखिरी अमावस्या के दिन कर लें ये उपाय, होगी अथाह धन-संपत्ति की प्राप्ति

Margashirsha Amavasya 2023 Remedies: मंगलवार को साल का आखिरी अमावस्या है। ऐसे में इस दिन इन उपायों को अपनाने से आपकी समस्त समस्याओं का समाधान मिलेगा।

Written By : Acharya Indu Prakash Edited By : Vineeta Mandal Updated on: December 11, 2023 18:27 IST
Margashirsha Amavasya 2023 - India TV Hindi
Image Source : INDIA TV Margashirsha Amavasya 2023

Margashirsha Amavasya 2023: साल 2023 का आखिरी अमावस्या 12 दिसंबर को पड़ रही है। मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि मंगलवार को पूरा दिन, पूरी रात पार कर बुधवार सुबह 5 बजकर 2 मिनट तक रहेगी। मार्गशीर्ष महीने की अमावस्या को अगहन या दर्श अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। धार्मिक रूप से इस अमावस्या का बड़ा ही महत्व है। साथ ही मंगलवार को पड़ने की वजह से यह भौमवती अमावस्या कहलाएगी।

भौमवती अमावस्या के दिन स्नान दान करने के साथ ही कुछ विशेष उपाय करने से कर्ज से जल्द ही छुटकारा मिलता है। इसके अलावा 12 दिसंबर को दस महाविद्याओं में से एक देवी कमला की जयंती भी मनाई जाएगी। बता दें कि मार्गशीर्ष अमावस्या को देवी लक्ष्मी के पूजन का भी विधान है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा करने से व्यक्ति को कभी भी पैसों की कमी नहीं आती, उसे अथाह धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन कौनसे उपायों को करना फलदायी होगा।

1. अगर आप कर्ज से छुटकारा पाना चाहते हैं तो मार्गशीर्ष अमावस्या  के दिन एक साफ-सुथरे लोटे में जल भरकर हनुमान जी के सामने रखें। साथ ही चमेली के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद ऋग्वेद से ली गई इस पंक्ति का 108 बार जप कीजिये। पंक्ति इस प्रकार है- 'अग्ने सख्यं वृणीमहे' इस प्रकार जप पूरा हो जाने के बाद उस लोटे के जल को पेड़-पौधों में डाल दें और दीपक को घर में इस्तेमाल कर लें।

2. अमावस्या  के दिन आप हाथी के पैर के नीचे की मिट्टी लाकर, यानि जिस भी जगह पर हाथी चला हो, उस जगह की थोड़ी-सी मिट्टी लाकर अपने घर में संभालकर रखें और जब कभी आपके घर में कोई शुभ काम हो तो उस मिट्टी से अपने और अपने परिवार वालों के माथे पर तिलक करें।

3. अगर आप अपने दाम्पत्य रिश्ते की ऊष्मा को बरकरार रखना चाहते हैं, तो अमावस्या  के दिन आप एक केले का पत्ता या एक थाली लीजिये और उस पर रोली बिछाइये। अब उस रोली की परत पर एक त्रिकोण बनाइये और उस त्रिकोण के बींचो बीच एक चमेली के तेल की शीशी रखिये। साथ ही उस त्रिकोण के पास एक घी का दीपक जलाइये और आहिल्या कामधेनु की पांडुलिपि से ली गई इस पंक्ति का 21 बार जप कीजिए- 'अवन्ती समुत्थं सुमेषानस्थ धरानन्दनं रक्त वस्त्रं समीड़े। साथ ही ध्यान रहे कि मंत्र जप के बाद उपयोग हुई सारी सामग्री को बहते जल में प्रवाहित कर दीजिए। अगर आपने उपाय में थाली का यूज़ किया है तो उसे साफ करके अपने घर में ही इस्तेमाल कर लें। 

4. अगर आपके परिवार के किसी सदस्य को किसी प्रकार का भय बना रहता है, जिससे आपके काम ठीक ढंग से पूरे नहीं हो पाते, तो अमावस्या  के दिन 27 लाल साबुत मिर्च को उस व्यक्ति के ऊपर से सात बार वारकर, घर की किसी साफ-सुथरी जगह पर, एक त्रिकोण की आकृति बनायें और बीच में से उस आकृति को खाली रखिये। अब उसके बींचो बीच एक चमेली के तेल का दीपक जलाइये। इसके बाद संकटमोचन हनुमानष्टक का पाठ करिये। पाठ करने के बाद सारी सामग्री को बहते जल में प्रवाहित कर दीजिए।

5. अगर आप जीवन में पैसों से जुड़ी समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो अमावस्या  के दिन एक केले का पत्ता या न मिलने पर एक थाली लीजिये और उस पर रोली में चमेली का तेल मिलाकर मंगल का यंत्र बनाइये। अब उस यंत्र के बींचो बीच मसूर की दाल की ढेरी बनाइये। ठीक वैसी जैसे कि एक शंकु होता है। इसके बाद यंत्र के पास में घी का एक दीपक जलाइये और पैसों से जुड़ी आपकी जो भी समस्या है, उसके लिए प्रार्थना कीजिये। इसके बाद इस पंक्ति का 108 बार जप कीजिए-'अग्ने सखस्य बोधि नः'। इस प्रकार जप के बाद सारी सामग्री को किसी नदी या साफ पानी के स्रोत में बहा दीजिए। अगर आपने थाली का इस्तेमाल किया है तो उसे साफ करके अपने घर के यूज में ले लीजिए।

6. अगर आपके बिजनेस में लगातार उतार-चढ़ाव आ रहे हैं, तो अमावस्या  के दिन मिट्टी से बना हाथी घर लाएं और उसे उचित स्थान पर रखें। अब उस पर लाल कपड़ा ओढ़ाएं। इसके बाद धूप-दीप, पुष्प आदि से उसकी पूजा करें। पूजा के बाद वहीं पर बैठकर मंगल के मंत्र का जप करें। मंगल का मंत्र है- 'ॐ भूमि पुत्राय नमः।'

7. अगर आप अपने किसी खास कार्य में बिना किसी रूकावट के सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो अमावस्या  के दिन एक चॉकलेटी रंग का कपड़ा लेकर उसे त्रिकोण आकृति में काट लें और उस पर केसरिया सिन्दूर में चमेली का तेल मिलाकर 18 बिन्दियां लगाएं। इसके बाद उस कपड़े को घर से दूर किसी विरानी जगह पर छोड़ आएं और घर आने के बाद मंगल के इस मंत्र का एक माला, यानि 108 बार जप करें। मंत्र है- 'ॐ भौमाय नमः'।

8. अगर आप अपने परिवार के सदस्यों के जीवन में खुशहाली बनाये रखना चाहते हैं तो अमावस्या के दिन किसी मंदिरके प्रांगण में केले का पेड़ रोपित करें और उसकी जड़ में थोड़ी-सी हाथी के पांव के नीचे की मिट्टी लाकर डाल दें। फिर जड़ में थोड़ा पानी चढ़ाएं और केले के पेड़ की विधिवत रोली-चावल से पूजा करें। इसके बाद मंगल के इस मंत्र का 108 बार जप करें। मंत्र है- 'ॐ मंगलाय नमः।'

9. अगर आप अपने घर में धन का अंबार लगाना चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष अमावस्या के दिन आपको अपने घर में लक्ष्मी यंत्र की स्थापना करनी चाहिए। अमावस्या  का दिन लक्ष्मी यंत्र की स्थापना के लिए बहुत ही श्रेष्ठ है। अमावस्या  के दिन घर में लक्ष्मी यंत्र लाकर उसकी विधि-पूर्वक धूप-दीप, पुष्प आदि से पूजा करनी चाहिए और उस पर देवी लक्ष्मी के मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए। देवी लक्ष्मी का मंत्र इस प्रकार है- 'ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः'।

10. अगर आप अपने घर और कारोबार की लक्ष्मी को हमेशा बनाये रखना चाहते हैं या कहें उसे सिद्ध करना चाहते हैं तो अमावस्या  के दिन आपको देवी लक्ष्मी के आगे घी का दीपक जलाकर, उन्हें शक्कर का भोग लगाएं। साथ ही देवी मां के चरणों में 5 कौड़ियां रखें। अब पूर्व दिशा के ओर मुख करके देवी मां का ध्यान करते हुए स्फटिक की माला पर 108 बार देवी मां के इस विशेष मंत्र का जप करें। मंत्र है- 'ऊँ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं सिद्धलक्ष्म्यै नमः'। इस प्रकार मंत्र का जप करने के बाद देवी मां के चरणों में रखी कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर अपने पास रख लें।

11. अगर आप अपने सौभाग्य में बढ़ोतरी करना चाहते हैं और अपेन चेहरे पर प्रसन्नता बनाये रखना चाहते हैं, तो अमावस्या  के दिन मां लक्ष्मी को हल्दी कुमकुम अर्पित करें और घी का दीपक जलाकर उनकी आरती करें। इसके बाद गऊ माता की भी हल्दी कुमकुम से पूजा करें और दोनों हाथ जोड़कर उनका आशीर्वाद लें।

12. अगर आप अपनी कला को निखारना चाहते हैं, तो मार्गशीर्ष अमावस्या  के दिन आपको उचित स्थान पर देवी लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर स्थापित करनी चाहिए और वहीं पास में ही एक छोटी-सी रंगोली बनानी चाहिए। अब देवी मां के सामने और उस रंगोली के बीचो-बीच घी का एक दीपक जलाना चाहिए और देवी मां की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। साथ ही अपने हाथों से ताजे फूलों की माला बनाकर देवी मां को चढ़ानी चाहिए।

(आचार्य इंदु प्रकाश देश के जाने-माने ज्योतिषी हैं, जिन्हें वास्तु, सामुद्रिक शास्त्र और ज्योतिष शास्त्र का लंबा अनुभव है। इंडिया टीवी पर आप इन्हें हर सुबह 7.30 बजे भविष्यवाणी में देखते हैं।)

ये भी पढ़ें-

New Year 2024: नए साल के दिन कर लें इन 5 में से कोई भी एक काम, पूरे साल घर में नहीं होगी पैसों की कमी

Vivah Panchami 2023: इस साल अत्यंत दुर्लभ योग में होगा भगवान राम और माता सीता का विवाह, जान लीजिए सही तिथि और मुहूर्त

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Festivals News in Hindi के लिए क्लिक करें धर्म सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement