Sunday, May 19, 2024
Advertisement

IND vs AUS : सीरीज का अंत अगर डे-नाइट टेस्ट से होता तो भारत को फायदा होता : सचिन तेंदुलकर

भारत के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि भारतीय खिलाड़ी आस्ट्रेलिया दौरे पर अगर लाल गेंद से खेलने के बाद गुलाबी गेंद से खेलते तो उनके लिए अच्छा रहता। 

Reported by: IANS
Published on: December 25, 2020 22:15 IST
IND vs AUS: India would have benefited if the series ends with day-night test: Sachin Tendulkar- India TV Hindi
Image Source : GETTY IMAGES IND vs AUS: India would have benefited if the series ends with day-night test: Sachin Tendulkar

नई दिल्ली। भारत के पूर्व कप्तान सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि भारतीय खिलाड़ी आस्ट्रेलिया दौरे पर अगर लाल गेंद से खेलने के बाद गुलाबी गेंद से खेलते तो उनके लिए अच्छा रहता। सचिन ने साथ ही कहा कि भारत को ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज से करनी चाहिए थी, क्योंकि भारतीय खिलाड़ी 10 नवंबर को खत्म हुए आईपीएल में खेल कर गए थे और ऐसे में टी-20 सीरीज की शुरुआत से उनके लिए दौरा आसान हो जाता।

सचिन ने आईएएनएस को दिए इंटरव्यू में कहा, "पहला टेस्ट ही एक डर था क्योंकि मुझे लगता है कि एडिलेड से पहले हमने जो आखिरी टेस्ट खेला वो फरवरी में था। इसके बाद कोई क्रिकेट नहीं खेली गई (कोविड-19 के कारण)। हर कोई आईपीएल की तैयारी कर रहा था जो टी-20 प्रारूप है।"

ये भी पढ़ें - IND vs AUS : बॉक्सिंग डे टेस्ट में भारत को खड़ा होगा रनों का पहाड़, ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान ने दी सलाह

उन्होंने कहा, "मेरे हिसाब से बेहतर यह होता कि आईपीएल के बाद आप आस्ट्रेलिया के साथ टी-20 सीरीज खेलते इसके बाद वनडे और फिर टेस्ट सीरीज जिसकी शुरुआत लाल गेंद से करते और आखिरी टेस्ट गुलाबी गेंद से खेलते। मेरे हिसाब से यह गुलाबी गेंद टेस्ट मैच के लिए अच्छा ट्रांजिशन होता।"

बीसीसीआई ने टेस्ट सीरीज की शुरुआत एडिलेड में डे-नाइट टेस्ट के साथ कराने का फैसला किया था। नतीजा यह रहा कि भारत को आठ विकेट से हार मिली।

ये भी पढ़ें - हार्दिक पांड्या बने संटा क्लॉस, बेटे और पत्नी संग कुछ इस अंदाज में मनाया क्रिसमस, देखें तस्वीरें

कोहली सीरीज का पहला मैच गुलाबी गेंद से खेलने को लेकर कभी भी सहज नहीं थे। बीते एक साल में उनके बयानों से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है। उन्होंने बार-बार कहा था कि डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने से पहले भारत को अच्छी तरह से तैयारी करना चाहिए। उन्होंने पिछले साल भारत के पहले डे-नाइट टेस्ट मैच के बाद भी यह बात कही थी। भारत ने अपना पहला डे-नाइट टेस्ट कोलकाता के ईडन गार्डन्स में बांग्लादेश के खिलाफ खेला था।

उस समय कोहली ने कहा था, "गुलाबी गेंद से खेलने को लेकर प्लानिंग होनी चाहिए। हम अपने घर में खेल रहे हैं, लेकिन जब आप बांग्लादेश टीम से पूछेंगे तो वह भी अभ्यास करना पसंद करती, क्योंकि हम अपनी स्थितियों के बारे में जानते हैं और गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। इसलिए हमें चुनौती और गुलाबी गेंद से जो चीजें अलग हैं, उनका पता नहीं चला।"

ये भी पढ़ें - इस पूर्व खिलाड़ी से तंग आकर मोहम्मद आमिर ने लिया अचाकन संन्यास, इंजमाम उल हक ने बताया नाम

उन्होंने कहा था, "हो सकता है कि जब हम बाहर खेलें तब हमें पता चले कि गुलाबी गेंद से खेलना कितना मुश्किल होता है। मुझे लगता है कि अभ्यास मैच खेलने से और तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिलने के बाद हम कुछ भी कर सकते हैं। आप एक शॉर्ट नोटिस पर नहीं खेल सकते।"

रोचक बात यह है कि 2018 में बीसीसीआई को चला रही सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) ने क्रिकेट आस्टेलिया द्वारा डे-नाइट टेस्ट मैच खेलने के प्रस्ताव को मना कर दिया था।

इसके बाद पिछले साल अक्टूबर में जब सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बने तब भारत ने अपना रुख बदला और अपना पहला डे-नाइट टेस्ट खेला।

भारत ने हालांकि इस बार आस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच से पहले सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर तीन दिवसीय डे-नाइट अभ्यास मैच जरूर खेला था। मैच में कोहली नहीं खेले थे।

Latest Cricket News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Cricket News in Hindi के लिए क्लिक करें खेल सेक्‍शन

Advertisement

लाइव स्कोरकार्ड

Advertisement
Advertisement