वनडे जीते...टी-20 जीते...लेकिन जीत की खुशी.. कैसे धो पाएगा नाकामी का कलंक। विराट और धवन ने तो फिर दिखाया विदेशी धरती पर दम लेकिन दक्षिण अफ्रीका में फ्लॉप शो पर क्या बोलेंगे रोहित।
दौरा खत्म होने के बाद रोहित ने सोशल मीडिया पर दौरे को शानदार बताया। रोहित ये भी लिखना नहीं भूले कि अब घर लौटने की बारी है लेकिन फिर सवाल वही कि दक्षिण अफ्रीका के इस शानदार दौरे पर रोहित ने क्या किया। पांचवें वनडे पोर्ट एलिजाबेथ में रोहित के 115 रनों की पारी को छोड़ दें तो रोहित हर बार फेल ही रहे।
टेस्ट सीरीज की चार पारियां हो या फिर वनडे और टी-20 हर बार रोहित का पैर क्रीज पर जमने से पहले ही उखड़ गया। कभी उनके हर गेंद को मारने की बेताबी दिखी तो कभी गेंद को ना समझने की तकनीकी भूल। रोहित टेस्ट ने 4 पारियों में 19.50 की औसत से सिर्फ 78 रन बनाए। आखिरी टेस्ट में रोहित को मजबूरन ड्रॉप करना पड़ा।
वहीं वनडे मुकाबले में एकबार फिर कप्तान ने रोहित पर भरोसा जमाया लेकिन मैच दर मैच रोहित फेल ही हुए। रोहित शुरुआती 4 वनडे में फॉर्म तलाशते दिखे। तो पांचवें वनडे पोर्ट एलिजाबेथ में उनके बल्ले से 115 रन निकले लेकिन एकबार फिर आखिरी वनडे में 15 रन बनाए। रोहित टीम इंडिया के बड़े और प्रतिभावान खिलाड़ी हैं और ऐसे में टी-20 में भी उनसे उम्मीद थी कि वो वापसी करेंगे।
लेकिन टी 20 के 3 मैचों में उनके बल्ले से 32 रन निकले और इस तरह पूरे दौरे पर रोहित फेल रहे। वो और बात है कि टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका की धरती पर इतिहास रचने में कामयाब रही और इस चमचमाती जीत में रोहित की नाकामी से हर किसी का ध्यान हट गया।