एक हार हौसला नहीं तोड़ सकती... एक हार उम्मीदें खत्म नहीं कर सकती... एक हार नंबर वन के तमगे पर दाग नहीं लगा सकती। भले ही दक्षिण अफ्रीका जीत के बाद जितना इतरा ले... भले ही जितना नाच-गा ले...भले ही जितना जश्न मना लें। हिंदुस्तान की ये टीम इतिहास बनाने गई है और इतिहास बनाकर ही वापस आएगी।
पोर्ट एलिजाबेथ में टीम इंडिया ने 5 वनडे खेले है। जिसमें पांचों में मिली है हार। द.अफ्रीका के खिलाफ यहां 4 वनडे है, चारों हारे। जबकि 2001 में एक बार कीनिया के खिलाफ भी हार झेलनी पड़ी थी। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इस मैदान पर कभी भारत 200 रन का स्कोर भी नहीं छू सका है।
वैसे इस बार जीत का खास महत्व होगा क्योंकि एक जीत से नंबर वन की कुर्सी पक्की हो जाएगी। एक जीत से भारत सीरीज़ में 4-1 की अजेय बढ़त बना लेगा।
एक जीत से भारतीय टीम पहली बार अफ्रीकी सरजमीं पर सीरीज़ जीत जाएगा। ऐसा होगा कैसे... ऐसा होगा भारतीय टीम की सबसे बड़ी उम्मीद विराट कोहली की बल्लेबाज़ी से... जिनको इस मैदान पर बल्लेबाज़ी करने में मजा खूब आता है।
सेंट जॉर्ज पार्क, पोर्ट एलिजाबेथ में विराट ने 1 पारी खेली है, जिसमें 7 चौके और 2 छक्कों के साथ 92 गेंदों पर नाबाद 87 रन बनाए थे हालांकि तब विराट मैच नहीं जीता पाए थे। 2011 के विराट और 2018 के विराट में बहुत बड़ा अंतर है। तब विराट युवा थे, आज वो वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे बड़े बल्लेबाज़ हैं और इस सीरीज़ में उनका बल्ला भी खूब चल रहा है।
विराट ने वनडे सीरीज़ में खेली 4 पारियों में 196.50 की औसत से 393 रन बनाए हैं। जबकि उनके पीछे 271 रन के साथ शिखर धवन हैं। विराट कोहली एक बार फिर शतक बनाएंगे तो हिंदुस्तान को जीतने से कोई नहीं रोक पाएगा। वैसे भी बदला लेना विराट को सबसे ज्यादा पसंद है और पोर्ट एलिजाबेथ से बेहतर जगह इस काम में दूसरी कौन होगी... जहां एक जीत से 25 साल का सपना भी अपना होगा और पोर्ट एलिजाबेथ में पहली बार भारतीय तिरंगा भी लहराएगा