क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व अंतरराष्ट्रीय तेज गेंदबाज आरपी सिंह ने कहा कि वो अब युवा प्रतिभाओं को क्रिकेट की बारीकियां सिखाएंगे और उन्हें इस तरह से प्रशिक्षित करेंगे कि वो आने वाले समय में राज्य और देश का नाम रौशन कर सकें। लखनऊ के गोमतीनगर के रहने वाले आरपी सिंह ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। आरपी सिंह ने ट्वीट कर कहा था कि 13 साल पहले चार सितंबर, 2005 को पहली बार उन्होंने भारतीय टीम की जर्सी पहनी थी।
आरपी सिंह का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर लगभग छह साल का रहा। उन्होंने इस दौरान क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 82 मैच खेले और 100 से ज्यादा विकेट चटकाए। इस पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, ‘‘फिलहाल मैं ग्रेटर नोएडा में युवा क्रिकेटरों को प्रशिक्षण देने के लिए क्रिकेट अकैडमी चला रहा हूं। मैं युवा और उभरते हुए क्रिकेटरों को प्रशिक्षण दे रहा हूं, ताकि वो क्रिकेट में राज्य और देश का नाम रौशन कर सकें।''
भविष्य की योजनाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘फिलहाल मैं केवल क्रिकेट कमेंटरी और कोचिंग में बच्चों को प्रशिक्षण दूंगा। अभी कुछ दिन आराम करूंगा उसके बाद फिर सोचूंगा कि क्रिकेट जगत को अपनी सेवाएं किस रूप में दूं।''
पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ पिछले लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे, उनकी तर्ज पर राजनीति के मैदान पर किस्मत आजमाने के बारे में पूछने पर आरपी सिंह ने कहा कि वो फिलहाल कुछ दिन आराम करेंगे और फिर भविष्य के बारे में सोचेंगे। आरपी सिंह से पहले उत्तर प्रदेश के कैफ ने भी हाल ही में क्रिकेट से संन्यास लिया था।