कैसे हिमाचल प्रदेश में आसमानी आफत का रेड अलर्ट तबाही मचा रहा है.. लगातार बारिश के चलते तबाही का मंजर है..
हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ के कारण सड़कें बंद हो गई हैं। इस दौरान यहां की प्रमुख नदियों ने रौद्र रूप धारण किया हुआ है। ब्यास नदी की चपेट में आने से मंडी और कुल्लू के कई पुल टूट गए हैं।
इस बार मानसून कई राज्यों में तबाही लेकर आया है। दिल्ली में जहां यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वहीं पंजाब-हरियाणा में बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। हिमाचल में नदियों ने तांडव मचा रखा है। जानें IMD का लेटेस्ट अपडेट-
दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि सरकार ने शहर में भारी बारिश के कहर के बाद अपने अधिकारियों को लोगों तक पहुंचने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से यह कहते हुए आरोप-प्रत्यारोप से परहेज करने का आग्रह किया कि यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है।
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने आम जनता को काफी नुकसान पहुंचाया है। कई लोग अपने घर से बेघर हो गए हैं और कई को अपनी जान गंवानी पड़ी है। राज्य के सीएम ने लोगों से अपील की है कि वह घर के बाहर ना निकलें।
मुरादाबाद मंडल से चलने वाली 17 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा कई ट्रेनों के रूट में बदलाव किया गया है और कई ट्रनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में बाढ़ की वजह से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मनाली में ब्यास नदी के किनारे नदी में एक पूरी इमारत की ढह गई। इसका वीडियो भी सामने आया है।
भारत, पाकिस्तान और जापान के साथ ही साथ अमेरिका भी बाढ़ की चपेट में है। न्यूयॉर्क में भारी बारिश और बाढ़ के प्रकोप ने एक व्यक्ति की जान ले ली है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार अमेरिका बाढ़ संवेदनशील इलाकों में फंसे व्यक्तियों को सुरक्षित ठिकानों की ओर जाने को कहा गया है।
जापान में भारी बारिश और भूस्खलन ने हाहाकार मचा दिया है। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सड़कों पर कमर और गर्दन तक पानी भर आया है। इससे इंसानों और वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया है। मनुष्यों से लेकर जानवरों और पशु-पक्षियों का जीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है।
बारिश हिमाचल प्रदेश में भी खूब तबाही मचा रही है। इस कारण हिमाचल प्रदेश के 7 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही बदरीनाथ नेशनल हाईवे और अटल टनल को बंद कर दिया गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार और रविवार (8 और 9 जुलाई) को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।
बाढ़ ने एक बार फिर पाकिस्तान को बर्बादी की कगार पर खड़ा कर दिया है। समूचे पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण हाहाकार मचा हुआ है। बलूचिस्तान और पंजाब प्रांत में बाढ़ से बुरे हालात हैं। लाहौर तो जलमग्न हो गया। आवासीय संपत्तियों को भी भारी नुकसान पहुंचा है।
बिहार के दरभंगा में जोरदार बारिश के बाद DMCH अस्पताल के सभी वार्डों में ऐसा नजारा हो गया मानो ये अस्पताल ही पानी पर बना हो। यहां हर एकत वार्ड में 1 से 2 फीट पानी भर गया। वहीं लोगों के घरों में भी नाले का गंदा पानी भर गया।
गुजरात, बिहार और असम बाढ़ की चपेट में हैं। हजारों लोगों का जीवन बाढ़ की वजह से प्रभावित हुआ है। सड़कें पानी से लबालब भरी हैं और लोगों के घरों में पानी घुस चुका है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बाढ़ की वजह से राज्य में एक लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। अभी भी 158 गांव बाढ़ में डूबे हुए हैं।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल बाढ़ की वजह से राज्य में एक लाख से भी ज्यादा लोग प्रभावित हैं और अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है।
असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी है। बाढ़ से दो लोगों की मौत की खबर है। राज्य के 16 जिलों के 4.88 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।
असम में बाढ़ से करीब 1 लाख 20 हजार लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव का काम चल रहा है। सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें राहत के कामों जुटी हुई है।
असम में भारी बारिश से बाढ़ की स्थिति बिगड़ गई हैं। मौसम विभाग ने भी बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है। इससे हालात और बिगड़ने के आसार हैं।
असम एक बार फिर बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गया है। राज्य के 10 जिलों की करीब 31 हजार आबादी बाढ़ के साए में जी रही है।
संपादक की पसंद