प्रत्येक माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत पड़ता है। भगवान शिव और मां पार्वती की असीम कृपा पाने के लिए यह व्रत रखा जाता है। महीने में वैसे तो 2 बार प्रदोष व्रत पड़ता है। आइए जानते हैं साल के आखिरी महिने में इस बार सबसे पहला प्रदोष व्रत कब पड़ रहा है।
हिंदू धर्म में कई त्योहार और व्रत आते हैं लेकिन आज हम आपसे एकादशी तिथि के व्रत के बारे में बात कर रहे हैं। यह तिथि श्री नारायण को सबसे ज्यादा प्रिय है। आज उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखने वालों से भगवान विष्णु शीघ्र प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं एकदाशी पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
पूरे देश में 22 जनवरी के दिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए तैयारियां बड़े ही जोरों-शोरों पर है। इसी कड़ी में अब महाराष्ट्र के सभी धार्मिक स्थलों ने एक बड़ा फैसला लिया है। जिस दिन अयोध्या में भगवान राम की प्राणप्रतिष्ठा होगी, उसी दिन महाराष्ट्र के हर मंदिर को भी दीपकों से रौशन किया जाएगा।
Vivah Panchami 2023 Significance: हिंदू धर्म में विवाह पंचमी का विशेष महत्व है। कहते हैं कि इसी दिन भगवान राम और माता सीता विवाह के बंधन में बंधें थे।
Guruwar Ke Upay: गुरुवार के दिन इन उपायों को करने से जीवन में आ रही तमाम परेशानियों से छुटकारा मिलता है। तो आइए आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं कि शुभ फलों की प्राप्ति के लिए गुरुवार के दिन कौन-कौनसे उपायों को करना चाहिए।
Ramayan Mythology Story: अशोक वाटिका में माता सीता के हाथों में एक घास का तिनका रहता था, जिसे देख कर रावण डरता था। आखिर इसके पीछे की क्या वजह थी आइए जानते हैं।
श्री गणेश हिंदू धर्म में प्रथम पूज्यनीय देवता हैं। कोई भी धार्मिक अनुष्ठान बिना इनकी पूजा के नहीं शुरू होता है। वैसे इनके देश भर में कई सारे मंदिर हैं लेकिन आज हम आपको इनके आठ प्रमुख पावन धामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अष्टविनायक मंदिर कहा जाता है।
गीता जयंती आने वाली है और आज हम आपको श्री कृष्ण द्वारा दिए गए एक उपदेश के बारे में बताने जा रहे हैं। अकसर हम सोचते हैं कि भगवान को क्या चीज चढ़ावे में भेंट करें जिससे उनकी कृपा मिल जाए। इस बारे में भगवान कृष्ण ने स्वयं गीता में बताया है कि उन्हें क्या चढ़ाने से वह शीघ्र प्रसन्न होते हैं।
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अति प्रिय है। साल में वैसे तो 24 एकादशी पड़ती हैं और महीने के हिसाब से दो। साल 2023 के खत्म होनें में अब दिसंबर का ही महीना बचा है और इस महीने आखिरी एकादशी कब मनाई जाएगी और क्या रहेगा उसका शुभ मुहूर्त आइए जानते हैं।
आज सोमवार का दिन है इस दिन महादेव के भक्त उनकी उपासना करते हैं। शिव की महिमा तो अनादि है। आज हम आपको मार्कण्डेय पुराण के अनुसार एक कथा बताने जा रहे हैं जिसमें अकाल मृत्यु को टालने वाले महामृत्युंजय मंत्र की रचना के बारे में बताया गया है। आइए जानते है इस मंत्र की कैसे हुई थी शुरुआत।
सोमवार का दिन देवों के देव महादेव को समर्पित होता है। आज के दिन विशेष बात यह है कि सोमवार के दिन मघा नक्षत्र का अद्भुत संयोग बन रहा है। ऐसे में शिव कृपा पाने के लिए बहुत खास अवसर है। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से इस शुभ संयोग में किए जाने वाले उपायों के बारे में।
मार्गशीर्ष मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को प्रत्येक साल काल भैरव जयंती मनाई जाती हैं। काल भैरव महादेव के ही अवतार हैं। इनकी पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में किसी भी चीज से डर नहीं लगता है। आइए जानते हैं काल भैरव जयंती का क्या धार्मिक महत्व है और यह कब मनाई जाएगी।
Utpanna Ekadashi 2023 Date: एकादशी का व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। इस व्रत को करने से हर दुख-तकलीफ दूर हो जाती है। तो आइए जानते हैं कि दिसंबर में आने वाली उत्पन्ना एकादशी व्रत की सही तिथि क्या है।
मार्गशीर्ष के पावन महीने का शुभारंभ हो चुका है। वैसे यह महीना भगवान कृष्ण की भक्ति को समर्पित है। लेकिन इस पावन महीने में एकादशी देवी का भी जन्म हुआ था। आइए जानते हैं आखिर एकादशी माता का जन्म कैसे हुआ और क्यों इस महीने उत्पन्ना एकादशी मनाई जाती है।
बात करें हिंदू धर्म की तो भगवान विष्णु को जगत का पालन हार बताया गया है। इनका निवास स्थान बैकुंठ धाम है। लेकिन देवर्षि नारद के पूछने पर आखिर ऐसा भगवान विष्णु ने क्यों कह दिया की वो बैकुंठ धाम में नहीं रहते हैं। यदि बैकुंठ नहीं रहते श्री हरि तो फिर कहां निवास करते हैं।
आज के दिन श्री गणेश की गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। व्रत के साथ आज के दिन कुछ उपायों को करने से गणपति देव अपने भक्तों का बेड़ा पार लगा देते हैं। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से आज कौन से उपायों को करने से गजानन की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
वैसे तो हम सभी जानते है कि भगवान गणेश हिंदू धर्म में प्रथम पूज्यनीय दवेता हैं। इनको सभी देवताओं की पूजा करने से पहले पूजा जाता है। बुधवार का दिन इनकी पूजा के लिए सबसे शुभ होता है। क्या आप जानते हैं भगवान गणेश को टूटे हुए दांत से महाभारत क्यों लिखनी पड़ी थी।
मार्गशीर्ष का महीना आरंभ हो चुका है। यह मास पुण्य कमाने के लिहाज से बेहद शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस महीने के वो 2 दिन होते हैं जिसमें कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। नहीं तो धन की हानी हो सकती है। आइए जानते हैं आखिर वो 2 दिन कौन से हैं।
हिंदू धर्म में प्रत्येक साल मार्गशीर्ष मास की चतुर्थी तिथि के दिन गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। हिंदू धर्म में पहले पूजे जाने वाले देव भगवान गणपति ही हैं। आइए जानते हैं इस बार गणाधिप संकष्टी चतुर्थी कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
आज से मार्गशीर्ष का पावन महीना शुरू हो चुका है। यह महीना भगवान श्री कृष्ण को समर्पित है। यहां तक की उन्होनें गीता में स्वयं कहा है कि महीनों में मैं मार्गशीर्ष हूं। तो इस माह श्री कृष्ण की कृपा पाने के लिए इन बातों का ध्यान अवश्य रखें।
संपादक की पसंद