उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को आयोजित महत्वपूर्ण बैठक में होमगार्ड विभाग के कार्यों की समीक्षा की। इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा अधिकारियों को कई दिशानिर्देश दिए गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानून व्यवस्था का विषय हो या आपदाकाल में जनसामान्य के सहयोग का अवसर, होमगार्ड स्वयंसेवकों ने हर समय अपनी कर्तव्यनिष्ठा का प्रदर्शन किया है। होमगार्ड स्वयंसेवकों की सेवाभावना सराहनीय है। विभिन्न राज्यों में भी उत्तर प्रदेश के होमगार्ड स्वयंसेवकों ने उत्कृष्ट कार्य किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए दिशानिर्देश:
- वर्तमान में प्रदेश में 76 हजार से अधिक पूर्णकालिक होमगार्ड स्वयंसेवक हैं। लगभग 75 हजार ड्यूटी पॉइंट पर प्रतिस्थापित हैं। इनमें से प्रति वर्ष लगभग 4000 होमगार्ड सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अनुमान के मुताबिक, वर्ष 2033 तक 42 हजार से अधिक होमगार्ड सेवानिवृत्त हो जाएंगे। ऐसे में नई नियुक्ति की प्रक्रिया समय से पूरी कर लेनी चाहिए। दो चरणों मे 21-21 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की तैनाती करने का लक्ष्य लेकर कार्यवाही आगे बढ़ाएं।
- राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से तैनात आपदा मित्र के रूप में हमारे पास पहले से ही दक्ष मैनपॉवर है। हमें इनका सदुपयोग करना चाहिए। आपदा मित्रों का प्रशिक्षण करावाकर उन्हें होमगार्ड स्वयंसेवक के रूप में सेवा देने का अवसर दिया जाना चाहिए। इस संबंध में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से समन्वय स्थापित करते हुए विधिक परामर्श प्राप्त कर नियमावली तैयार करवाएं।
- वर्तमान में सेवारत होमगार्डों को आपदा मित्र का प्रशिक्षण भी कराया जाए। होमगार्ड स्वयंसेवकों की फिजिकल फिटनेस के लिए उनकी साप्ताहिक ड्रिल भी कराई जानी चाहिए।