नई दिल्लीः दुबई जाकर वहां नौकरी करने और बसने की चाह रखने वाले भारतीयों के लिए खुशखबरी है। अब संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाना, रहना और व्यापार करना और भी आसान हो जाएगा। इसके लिए भारत और यूएई के बीच लोगों के आपसी संपर्क को बढ़ावा देने के तरीकों के अलावा प्रवासन और आवागमन से संबंधित समझौतों को शीघ्र अंतिम रूप देने पर चर्चा की गई है। नई दिल्ली में मंगलवार को राजनयिक मामलों की संयुक्त समिति (जेसीसीए) की पांचवीं बैठक के दौरान यह फैसला लिया गया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने इस बैठक में श्रम, वीजा, प्रवासन, नागरिकता और प्रत्यर्पण सहित अन्य मुद्दों पर समन्वय और सहयोग को मजबूत करने के तंत्र पर व्यापक चर्चा की। मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों पक्षों ने पारस्परिक हित के अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की, जिसमें लोगों के बीच बेहतर संपर्क को बढ़ावा देने के लिए वीजा सुविधा और प्रवासन तथा आवागमन से संबंधित समझौतों को जल्द पूरा करना शामिल है।’’ मंत्रालय ने कहा कि यूएई ने भारतीय प्रवासी श्रमिकों के कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
आर्थिक, व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी में बढ़ेगा सहयोग
भारत और यूएई अब मिलकर कई क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देने जा रहे हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘‘दोनों देशों के बीच संबंधों में राजनीतिक, आर्थिक, व्यापार, वाणिज्य, रक्षा, सांस्कृतिक, प्रौद्योगिकी और ऊर्जा, लोगों के आपसी संपर्क समेत आपसी सहयोग के सभी क्षेत्र शामिल हैं।’’ पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों के बीच संबंध लगातार प्रगाढ़ हो रहे हैं। यूएई में वर्तमान में 35 लाख से अधिक भारतीय रहते हैं। यह समझौता होने के बाद इस संख्या में और इजाफा होने की उम्मीद है। (भाषा)
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