शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा से जुड़े 60 करोड़ रुपये के कथित वित्तीय धोखाधड़ी मामले की जांच में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) जुटी हुई है। इस धोखाधड़ी मामले को लेकर अब नया खुलासा हुआ है, जिसके बाद एक्ट्रेस ने इस केस से जुड़े सवालों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। 60 करोड़ के कथित घोटाले में मुंबई पुलिस के इकोनामिक ऑफेंस विंग ने खुलासा करते हुए बताया कि शिल्पा शेट्टी ने कंपनी में डायरेक्टर रहते हुए 4 करोड़ रुपए लिए थे। जानिए क्यों शिकायतकर्ता को कंपनी में 26 परसेंट से कम की हिस्सेदारी दी गई।
शिल्पा शेट्टी के 60 करोड़ का राज
बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा के खिलाफ दर्ज 60 करोड़ के धोखाधड़ी मामले की जांच कर रही EOW ने पिछले सप्ताह शिल्पा शेट्टी का बयान दर्ज किया था। अपने बयान में शिल्पा ने कहा की उसने 4 करोड़ रुपये बेस्ट डील टीवी से लिए पर यह उनकी सेलिब्रिटी फिस थी। शिल्पा ने आगे कहा कि वो भले कंपनी में डायरेक्टर थी, लेकिन उन्होंने ये जो पैसे लिए वो इसलिए लिए क्योंकि उन्होंने उस टीवी के लिए बतौर सेलिब्रिटी उसे प्रोमोट किया था। बता दें कि शिल्पा शेट्टी ने कंपनी में अपने पद से जनवरी 2016 को इस्तीफा दे दिया था।
राज कुंद्रा-शिल्पा शेट्टी ने बताया सच
सूत्रों ने यह भी बताया कि जांच के दौरान और कंपनी से जुड़े हुए डॉक्युमेंट्स देखने के बाद यह भी पता चला कि कंपनी Cape Of Good Films के शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा इक्विटी होल्डर रह चुके हैं। इस पूरे प्रकरण की शुरुआत तब हुई जब इन्वेस्टमेंट के नाम पर शिल्पा और राज कुंद्रा की कंपनी Best Deal TV Pvt. Ltd से जुड़े बिजनेसमैन दीपक कोठारी ने आरोप लगाया था कि कंपनी द्वारा उनके साथ धोखाधड़ी की गई है। मुंबई पुलिस की इकोनामिक ऑफेंस विंग ने इस मामले में राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी के बयान दर्ज किए हैं। जांच अधिकारियों को यह बात अटपटी लगी की कंपनी की डायरेक्टर रहते हुए शिल्पा शेट्टी ने कंपनी से 4 करोड रुपए की सेलिब्रिटी फीस ली जबकि वह खुद ही कंपनी में डायरेक्टर थी। राज कुंद्रा ने अपने बयान में बताया है कि नोटबंदी की वजह से यह बिजनेस फ्लॉप हो गया और उन्हें भारी नुकसान झेलना पड़ा। प्राइवेट कंपनी के नियमों के अनुसार अगर कोई भी कंपनी में 26 प्रतिशत का हिस्सेदार होता है तो उसके पास कंपनी में फैसला लेने और वीटो पावर का अधिकार होता है, लेकिन जांच अधिकारियों की माने तो यह संभव है कि शिकायतकर्ता दीपक कोठारी को जानबूझकर 26% से थोड़ा कम यानी 25.6 प्रतिशत हिस्सेदारी दी गई हो ताकि वह फैसला न ले पाए। विस्तार से जानिए अपने बयान में राज कुंद्रा ने इकोनामिक ऑफेंस विंग को क्या बताया और इस केस से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां। मिली जानकारी के मुताबिक 60 करोड़ की धोखाधड़ी मामले में राज कुंद्रा ने जांच अधिकारियों को बताया कि नोटबंदी से कारोबार को भारी नुकसान हुआ।
नोटबंदी के कारण राज कुंद्रा को हुआ था नुकसान
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने कारोबारी राज कुंद्रा और उनकी पत्नी शिल्पा शेट्टी के आवास पर जाकर 60 करोड़ रुपये की कथित धोखाधड़ी मामले में उनके बयान दर्ज किए थे। राज कुंद्रा का प्रारंभिक बयान 15 सितंबर को दर्ज किया गया था, हालांकि उन्होंने दोबारा बयान देने की सहमति जताई है। पुलिस को दिए बयान में कुंद्रा ने कहा कि उनकी कंपनी Best Deal TV Pvt Ltd, जो होम शॉपिंग और ऑनलाइन रिटेल क्षेत्र में काम करती थी और पूरी तरह नकद लेनदेन पर आधारित थी। 2016 में केंद्र सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के कारण कंपनी को भारी नुकसान हुआ क्योंकि ग्राहक नकद भुगतान नहीं कर पा रहे थे। पिछले हफ्ते EOW की चार से पाँच सदस्यों वाली एक टीम कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी के घर पहुंची थी, जहां करीब चार घंटे तक दोनों से पूछताछ हुई। पुलिस ने यह बयान इसलिए भी दर्ज किया क्योंकि शिल्पा शेट्टी कंपनी की अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता थीं।
आर्थिक तंगी से शिल्पा-राज हुए थे परेशान
राज कुंद्रा ने बताया कि कंपनी पर विज्ञापन के लिए 20 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च किया गया, जबकि स्टाफ और संचालन में भी इसी तरह की राशि खर्च हुई। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान ग्राहकों की नकदी समाप्त हो जाने से कंपनी का कैश ऑन डिलीवरी मॉडल ठप पड़ गया, जिससे भारी वित्तीय घाटा हुआ। आर्थिक अपराध शाखा ने अगस्त में शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। सितंबर के पहले सप्ताह में दोनों के खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर (LOC) भी जारी किया गया था ताकि वे देश से बाहर न जा सकें। यह पूरा मामला लोटस कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के निदेशक दीपक कोठारी की शिकायत पर दर्ज किया गया है। यह कंपनी एक गैर-बैंकिंग वित्तीय संस्था (NBFC) है जो ऋण प्रदान करती है।
क्या था मामला
एफआईआर के अनुसार, राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी ने एक एजेंट राजेश आर्य के माध्यम से कोठारी से संपर्क किया और अपने व्यवसाय के लिए ऋण मांगा। उन्होंने बताया कि वे Best Deal TV Pvt Ltd के निदेशक हैं और शिल्पा शेट्टी के पास कंपनी के 87.61% शेयर हैं। दोनों ने 75 करोड़ का ऋण 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर मांगा। एफआईआर में कहा गया है कि कपल ने कोठारी को यह सुझाव दिया कि यह राशि निवेश के रूप में दी जाए, ताकि कर संबंधी बोझ कम हो सके। इसके बदले उन्हें मासिक रिटर्न और मूलधन की वापसी का आश्वासन दिया गया। कोठारी ने अप्रैल 2015 में शेयर सब्सक्रिप्शन समझौते के तहत 31.95 करोड़ और सितंबर 2015 में एक पूरक समझौते के तहत 28.53 करोड़ की राशि स्थानांतरित की। यह धनराशि Best Deal TV Pvt Ltd के एचडीएफसी बैंक खाते में जमा की गई। कपल ने इस दौरान 3.19 लाख का स्टांप शुल्क भी भरा।
कपल के खिलाफ धोखाधड़ी केस में हो रही जांच
कोठारी के अनुसार, 2015 से 2023 के बीच उन्होंने और उनकी कंपनी ने कुल 60.4 करोड़ का ऋण दिया था। उनका दावा है कि कुंद्रा और शिल्पा ने महामारी और अन्य कारणों का हवाला देते हुए राशि लौटाने से बचते रहे। बाद में उन्हें यह जानकारी मिली कि यह पैसा व्यवसायिक उपयोग की बजाय निजी खर्चों में लगाया गया। इन सभी आरोपों के आधार पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वासघात और आपराधिक साजिश के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल EOW इस मामले की वित्तीय लेनदेन और बैंक खातों की गहराई से जांच कर रही है।
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