'बिग बॉस ओटीटी 2' विजेता और यूट्यूबर एल्विश यादव से जुड़ा स्नेक वेनम मामला अब भी नहीं सुलझा है। ये मामला बीतते दिनों के साथ और गहराता जा रहा है। हाल में ही एल्विश यादव समेत अन्य 8 सहयोगियों के खिलाफ नोएडा पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इस चार्जशीट में एल्विश और उनके साथियों पर लगे तमामल आरोपों को सिद्ध करने के लिए पुलिस ने साक्ष्य होने की बात की है। इन साक्ष्यों में इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस, एफएसएल रिपोर्ट और 24 गवाहों के दर्ज बयान का जिक्र है। 1,200 पन्ने की चार्जशीट को कोर्ट संज्ञान में ले रहा है।
हर सुनवाई पर कोर्ट में होना पड़ेगा पेश
सोमवार को केर्ट ने एल्विश यादव सहित 8 अन्य सहयोगियों के खिलाफ चार्जशीट को संज्ञान में लेने की बात कही है। चार्जशीट पर संज्ञान लेने के बाद कोर्ट सभी आरोपियों पर चार्ज फ्रेम करेगा और उसके बाद मामले की सुनवाई शुरू होगी। चार्ज फ्रेम होने के साथ-साथ सभी आरोपियों को नोटिस भेजा जाएगा, जिसके जारी होने के बाद हर तारीख पर एल्विश यादव और अन्य सहयोगियों को हर हालत में कोर्ट में पहुंचना होगा।
पुलिस जुटा रही सबूत
पुलिस पहले ही एल्विश समेत दो अन्य लोगों के फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज चुकी है। शक है कि तीनों फोन से कई जरूरी चैट और वीडियो डिलीट किए गए हैं। इनको रिकवर करने के लिए उन्हें गाजियाबाद की निवाणी स्थित फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक डिलीट वीडियो और चैट में रेव पार्टी और सांपों के जहर से जुड़े कई वीडियो और बातें शामिल थीं, जिनके रिकवर हो जाने से पुलिस की चार्जशीट को और भी मजबूती मिलेगी। साथ ही आरोपियों पर दर्ज किए गए वन्य जीव संरक्षण मामले को भी पुलिस पुख्ता कर सकेगी।
पुलिस ने की थी कर्रवाई
बता दें, साल 2023 के अंत में पीपुल्स फॉर एनिमल संस्था के पदाधिकारी ने एल्विश यादव और उनके साथियों पर सांपों के जहर का इस्तेमाल और खरीद-फरोख्त का आरोप लगाते हुए सेक्टर-49 थाने में केस दर्ज कराया था। इसके बाद पुलिस ने पार्टी वाली जगह पर रेड की थी, जहां पांच सेपेरों के पास से कोबरा समेत नौ सांप और 20 एमएल जहर मिला था। इसके बाद कार्रवाई करते हुए पुलिस ने सभी को जेल भेज दिया था।
मामले से जुड़ी जानकारी
बता दें, इसके बाद संस्था के पदाधिकारी का एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें मुख्य आरोपी राहुल संस्था के पदाधिकारी से बात करता सुनाई देता है। इसमें राहुल कह रहा है कि वह एल्विश की ओर से आयोजित होने वाली पार्टियों में शामिल हो चुका है। राहुल पार्टियों में अपने अन्य सपेरे दोस्तों के साथ गया था। हालांकि, बाद में सभी को जमानत मिल गई थी। पुलिस टीम ने एल्विश यादव के कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, जब उसके खिलाफ नोएडा पुलिस को पर्याप्त सबूत मिल गए तो पुलिस ने उसे नोटिस देकर पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया। पूछताछ के बाद उसे नोएडा से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। पांच दिन तक जेल में रहने के बाद एल्विश जमानत पर छूट गया है।
Input-IANS