
एक तरफ जहां पाकिस्तान पर वॉटर स्ट्राइक हो रहा है। वहीं, भारत में घूम रहे पाकिस्तानी जासूसों पर भी एक्शन जारी है। पिछले सात दिनों में पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में 6 लोग पकड़े जा चुके हैं। इनमें सबसे चौंकाने वाला नाम हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का है। ज्योति पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। ज्योति पाकिस्तान क्यों गई थी? पाकिस्तान हाईकमिशन से ज्योति का क्या संबंध है? पाकिस्तान में ज्योति किससे बात करती थी? यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा आखिरकार कैसे पकड़ी गई? आखिर कौन है ये ज्योति मल्होत्रा? पूरी डिटेल इस रिपोर्ट में पढ़िए...
गोपनीय सैन्य जानकारियां भेजने का आरोप
हरियाणा की हिसार पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में ज्योति मल्होत्रा नाम की एक महिला यूट्यूबर को गिरफ्तार किया है। ज्योति पर पाकिस्तान को भारत की गोपनीय सैन्य जानकारियां भेजने का आरोप है। ज्योति मल्होत्रा 'ट्रैवल विद जो' नाम से यूट्यूब चैनल चलाती है। ज्योति दो बार पाकिस्तान भी हो आई है।
एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई ज्योति
ज्योति ने पाकिस्तान हाई कमीशन के अंदर का वीडियो बनाया है। इस वीडियो में ज्योति के साथ जो शख्स दिख रहा है। ये एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश है। ये पाकिस्तान हाईकमिशन में काम करने वाला वही दानिश है, जिसे भारत सरकार ने 13 मई को परसोना नॉन ग्राटा डेक्लेयर करते हुए देश छोड़ने का आदेश दे दिया था।
कौन है ये ज्योति मल्होत्रा?
ज्योति दानिश के संपर्क में कैसे आई? पाकिस्तान के लिए जासूसी की पूरी कहानी क्या है? ये जानने से पहले ज्योति की प्रोफाइल समझ लीजिए। हरियाणा के हिसार में रहने वाली ज्योति मल्होत्रा व्लॉगर है। ज्योति यूट्यूब पर ट्रैवल विद जो नाम से चैनल चलाती है। यू ट्यूब पर ज्योति के चैनल के 3 लाख 77 हजार सब्सक्राइबर हैं। इंस्टाग्राम में ज्योति के 1 लाख 32 हजार सब्सक्राइबर हैं। फेसबुक में ज्योति के 3 लाख 21 हजार फॉलोअर्स हैं।
पहली बार 2023 में गई पाकिस्तान
ज्योति सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव है। व्लॉगिंग के लिए अलग-अलग देशों में जाती है। ज्योति दो बार पाकिस्तान गई है। बांग्लादेश इंडोनेशिया सहित कई देशों की यात्रा कर चुकी है। लेकिन असली कहानी ज्योति की पाकिस्तान यात्रा से शुरु होती है।अपने ट्रैवल चैनल ट्रैवल विद जो के शूट के सिलसिले में ज्योति पहली बार 2023 में पाकिस्तान गई थी।
दानिश और ज्योति की दोस्ती परवान चढ़ी
पाकिस्तान जाने के लिए वीजा के सिलसिले में ज्योति का भारत स्थित पाकिस्तान हाईकमीशन जाना हुआ था। पाकिस्तान हाईकमीशन में ज्योति की मुलाकात पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। यहीं से दानिश और ज्योति की दोस्ती परवान चढ़ने लगी।
दानिश ने ज्योति का वीजा दिलाकर पाकिस्तान भेजा
बताया जाता है दोनों में काफी क्लोज रिलेशन बन गए थे। दानिश ने ज्योति का वीजा दिलाकर पाकिस्तान भेजा। दानिश के माध्यम से ज्योति की पहचान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अन्य एजेंटों से कराई गई, जिनमें अली अहसान और शाकिर उर्फ राणा शहबाज शामिल है। जिस शहबाज का नाम सामने आया है, उस शहबाज का नंबर ज्योति ने अपने मोबाइल में जट्ट रंधावा के नाम से सेव किया था।
पाकिस्तान में लोकल की तरह घूमती थी ज्योति
जिस पाकिस्तान में भारतीयों को शक की नजर से देखा जाता है, जिस पाकिस्तान में भारतीयों पर खास सर्विलांस रहती है। उस पाकिस्तान में ज्योति को ऐसे घूम रही थी। जैसे वो वहां की लोकल है। पाकिस्तान के वीडियो व्लॉग में ज्योति लाहौर घूम रही है। वीडियो में रावलपिंडी दिखा रही है।
पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ काफी क्लोज थी ज्योति
बताया जा रहा है कि दानिश ने अपने एजेंटो के जरिए ज्योति के पाकिस्तान में रहने खाने और घूमने का पूरा बंदोबस्त कराया था। दानिश और उसके सहयोगी अली अहसान के जरिए ज्योति को पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों (PIO) से मिलवाया गया। बताया ये भी जा रहा है कि जिन्होंने पाकिस्तान में उसके आने-जाने और रहने की व्यवस्था कराई। उसमें एक पाकिस्तानी खुफिया अधिकारी के साथ ज्योती काफी क्लोज थी। हाल ही में उसके साथ इंडोनेशिया के बाली द्वीप की यात्रा भी की थी।
वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नेपचैट के जरिए थी संपर्क में
पाकिस्तान से लौटने के बाद ज्योति ने लगातार पाकिस्तानी एजेंटो के संपर्क में थी। ज्योति पर दर्ज एफआईआर में भी इसका साफ-साफ जिक्र किया गया है। एफआईआर में लिखा है कि कैसे ज्योति पाकिस्तानी एजेंटो को यहां की सूचनाएं लीक कर रही थी। रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति इन एजेंटों के साथ वॉट्सएप, टेलीग्राम और स्नेपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए संपर्क में थी।
इस तरह भारत की खुफिया एजेंसी के रडार में आया दानिश
ज्योति पाकिस्तान घूम रही थी। पाकिस्तानी एजेंट्स के साथ संपर्क में थी। हाईकमीशन के जिस कर्मचारी दानिश से सबसे ज्यादा कॉन्टैक्ट में थी। वो दानिश भी भारतीय खुफिया एजेंसी की रडार पर आ चुका था। एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को जासूसी में शामिल होने के आरोप में 13 मई 2025 को भारत सरकार ने परसोना नॉन ग्राटा घोषित किया और उसे देश छोड़ने का आदेश दिया गया था।
इफ्तार पार्टी में बड़े-बड़े लोगों से की मुलाकात
अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि दानिश के जरिए ज्योति की लीड मिली, लेकिन जिस तरह से 13 मई को दानिश पर जासूसी के आरोप लगे। अब 5 दिन बाद ज्योति की गिरफ्तारी हुई है। उन सब कड़ी को जोड़कर देखा जा रहा है। क्योंकि दानिश और ज्योती कितने करीब थे। इसका अंदाजा पाकिस्तान हाईकमीशन में हुई इफ्तार पार्टी के वीडियो से लगाया जा सकता है। ज्योति कोई पत्रकार नहीं है। सिर्फ एक यूट्यूबर है, लेकिन फिर भी ज्योति को यहां का एक्सेस मिला। बकायदा इनविटेशन कार्ड मिला। इतना ही नहीं दानिश इफ्तार पार्टी में मौजूद बड़े बड़े-बड़े अधिकारियों से ज्योति की मुलाकात भी करवा रहा था।
हिसार पुलिस ने 5 दिन की रिमांड में लिया
कोर्ट में पेशी से पहले ज्योति को फिलहाल हिसार पुलिस ने 5 दिन की रिमांड पर ले लिया है। इंटेलिजेंस की टीम भी ज्योति से पूछताछ कर रही है। ज्योति पाकिस्तान में किस-किस से मिली? किसके संपर्क में थी? किस तरह की सूचनाएं लीक कर रही थी? ये सब जानने की कोशिश की जा रही है।