Sunday, April 28, 2024
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Pollution Effect On Kids: बच्चों के लिए खतरनाक है प्रदूषण, इन बीमारियों का बढ़ रहा है खतरा, जानिए कैसे करें बचाव?

How To Prevent Kids From Air Pollution: बढ़ते प्रदूषण की मार बच्चों और बुजुर्गों पर सबसे ज्यादा पड़ रही है. वायु प्रदूषण से बच्चों के फेफड़ों, दिमाग और हार्ट पर बुरा असर पड़ रहा है। प्रदूषण से बच्चों को बचाने के लिए बरतें ये एहतियात।

Bharti Singh Written By: Bharti Singh
Published on: October 26, 2023 7:27 IST
Pollution- India TV Hindi
Image Source : FREEPIK बच्चों पर प्रदूषण का असर

Air Pollution Impact On Kids Health: बदलता मौसम, पराली जलाने की घटनाएं और दिवाली का त्योहार दिल्ली एनसीआर में रहने वाले लोगों के लिए मुसीबत बनकर आता है। हर साल अक्टूबर-नवंबर के महीने में लोगों को वायु प्रदूषण और जहरीली हवा की वजह से कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हवा में पाए जाने वाले हानिकारक कणों जैसे धूल, कालिख, धुआं शरीर में समस्या पैदा करते हैं। खासतौर से बच्चों और बुजुर्गों को वायु प्रदूषण से काफी परेशानी होती है। ये जहरीली हवा बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर रही है। बच्चों में निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस - ब्रोन्किओल्स की सूजन जैसी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं लंबे समय तक वायु प्रदूषण में रहने वाले लोगो के हार्ट और फेफड़ों पर भी इसका असर पड़ता है। 

वायु प्रदूषण से बच्चों को होने वाली बीमारी

सांस की बीमारी- पीएम2.5, पीएम10 और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड यानि एनओ2 में बढ़ोत्तरी हेल्द पर बुरा असर डाल रहे हैं। इससे बच्चों में अस्थमा के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके अलावा सांस संबंधी बीमारिया जैसे ब्रोंकाइटिस और फेफड़ों के फंक्शन में भी परेशानी हो सकती है।

संक्रमण का खतरा- बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर हो रही है। ऐसे में बच्चों को निमोनिया और ब्रोंकियोलाइटिस जैसे सांस से जुड़े इंफेक्शन जल्दी प्रभावित करते हैं। ऐसे बच्चों में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है।

विकास में देरी- जो बच्चे गर्भावस्था के वक्त प्रदूषण वाले वातावरण में रहते हैं और जन्म के शुरुआती दिनों में प्रदूषण के संपर्क में आते हैं उनके विकास में देरी हो सकती है. ऐसे बच्चों के मानसिक विकास पर भी इसका असर पड़ सकता है। इन बच्चों में समझ और व्यवहार से जुड़ी समस्याएं होने का खतरा रहता है।

फेफड़ों का सही विकास न होना- जो बच्चे प्रदूषण वाले वातावरण में रहते हैं उनके फेफड़ों का विकास भी ठीक से नहीं हो पाता है। प्रदूषक लंग्स को कमजोर बनाता है, जिससे हो सकता है कि बच्चों के फेफड़ों को ज्यादा नुकसान पहुंचे।

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Image Source : FREEPIK
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बच्चों को प्रदूषण से कैसे बचाएं (How To Protect Child From Pollution) 

  • बच्चे अगर बाहर निकलते हैं तो पहले वायु की गुणवत्ता चेक कर लें, अगर ठीक हो तभी घर से बाहर निकालें
  • बच्चों को बाहर भेज रहे हैं तो चेहरे पर मास्क और आंखों पर चश्मा लगाकर निकालें
  • प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए बच्चों रो रोज रात में भाप जरूर दें
  • विटामिन सी और जिंक से भरपूर चीजें डाइट में शामिल करें जिससे इम्यूनिटी मजबूत बने
  • बच्चों को लंग्स और बेहतर सांस के लिए नियमित रूप से योगा कराएं जिससे परेशानी कम हो
  • घर के अंदर कम से कम धुएं वाली चीजों का उपयोग करें, सिगरेट या तंबाकू का सेवन करने से बचें।
  • ट्रेवल करते वक्त भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें और कोशिश करें कम पॉल्यूशन वाली जगहों पर जाएं।
  • हरे और खुले वातावरण को बढ़ाने वाली आउटडोर एक्टिविटीज में बच्चों को शामिल करें जहां प्रदूषण कम हो।

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