Cervical Cancer Awareness Month 2024: कैंसर भले ही एक जानलेवा बीमारी है लेकिन, अगर इसकी समय से पहचान कर ली जाए तो इस बीमारी का इलाज संभव है। ऐसे में एक सवाल ये है कि सर्वाइकल कैंसर है क्या। किन लक्षणों को ध्यान में रखकर, समय पर इलाज करवाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है। ऐसे में जानते हैं इस बीमारी के बारे में सब कुछ। तो, सबसे पहले ये कि सर्वाइकल कैंसर (what is Cervical Cancer) क्या है और सर्वाइकल कैंसर क्यों (Cervical Cancer causes in hindi) होता है।
सर्वाइकल कैंसर क्या है-What is Cervical Cancer
सर्वाइकल कैंसर या गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर, आपके गर्भाशय ग्रीवा की सतह पर शुरू होता है। यह तब होता है जब आपके गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाएं प्रीकैंसरस कोशिकाओं (precancerous cells) में बदलने लगती हैं। ऐसे में जरूरी ये है कि सभी सेल्स को कैंसर्स सेल्स में बदलने से पहले ढूंढें और उनके बदलने से पहले उनका इलाज करवाएं ताकि इस समस्या से बच सकें।
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सर्वाइकल कैंसर क्यों है- Cervical Cancer causes in hindi
अधिकांश सर्वाइकल कैंसर एचपीवी वायरस (HPV- human papillomavirus) के कारण होते हैं, जो एक यौन संचारित संक्रमण है। एचपीवी यौन संपर्क गुदा, मौखिक या योनि से फैलता है और कैंसर का कारण बन सकता है। अधिकांश लोगों को अपने जीवन में कभी न कभी एचपीवी हो जाएगा और उन्हें इसका एहसास नहीं होगा क्योंकि उनका शरीर संक्रमण से लड़ता है। हालांकि, अगर आपका शरीर संक्रमण से नहीं लड़ता है, तो यह आपके गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं को कैंसर कोशिकाओं में बदलने का कारण बन सकता है और आपको सर्वाइकल कैंसर हो सकता है।
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सर्वाइकल कैंसर के लक्षण- Cervical Cancer symptoms in hindi
सर्वाइकल कैंसर के शुरुआती लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी है। इसके बाद लक्षण गंभीर रूप ले सकते हैं।
- वजाइनल एरिया से पानी जैसा आना या ब्लीडिंग होना। इसमें दुर्गंध हो सकती है।
-पीरियड्स के बाद या मेनोपॉज के बाद भी ब्लीडिंग होना।
-पीरियड्स भारी हो सकता है और सामान्य से अधिक समय तक चल सकता है।
-कैंसर आस-पास के टिशूज या अंगों तक फैल सकता है।
-पेशाब करने में कठिनाई या दर्द।
-कभी-कभी पेशाब से खून आना।
-दस्त, या मलत्याग करते समय आपके मलाशय से दर्द या रक्तस्राव महसूस करना।
-थकान, वजन कम होना और भूख में कमी महसूस करना।
-आपके पैरों में हल्का दर्द या पीठ दर्द या सूजन।
-पेल्विक एरिया में दर्द।
बता दें कि ध्यान देने वाली बात ये है कि असामान्य ब्लीडिंग या किसी अन्य अस्पष्ट लक्षण का अनुभव होता है, तो आपको संपूर्ण स्त्री रोग संबंधी जांच करानी चाहिए। ताकि बीमारी जो हो उसका समय से पता चल जाए और समय से इलाज हो सके।