एक ऐसे समय में जब पूरी दुनिया COVID-19 महामारी से परेशान है, न्यूजीलैंड से एक अच्छी खबर सामने आई है। यह मुल्क अब खुद को कोरोना वायरस से मुक्त घोषित करने जा रहा है। न्यूजीलैंड इसके साथ ही फिजिकल डिस्टैंसिंग और सामूहिक जुटानों पर लगे सभी तरह के प्रतिबंधों को हटाएगा। पैसिफिक रिम के इस छोटे से देश में COVID-19 का एक ही ऐक्टिव मामला बचा है और यहां पिछले 11 दिनों से कोई नया केस सामने नहीं आया है। हालांकि, बाहर से आने वाले लोगों से देश में कोरोना वायरस न फैले, इसलिए बॉर्डर कंट्रोल जारी रहेगा। इस देश ने शुरुआत में ही 7 सप्ताह के लिए सख्त लॉकडाउन लागू किया था, जिसका नतीजा इस उपलब्धि के रूप में सामने आया है।
हम इस मामले में न्यूजीलैंड की तुलना भारत से नहीं कर सकते हैं। न्यूजीलैंड की कुल आबादी जहां सिर्फ 48 लाख है, वहीं भारत की जनसंख्या 135 करोड़ है। अकेले दिल्ली की आबादी लगभग 2 करोड़ है जबकि मुंबई में 2.4 करोड़ लोग रहते हैं। भारत में COVID-19 महामारी का असर कम होने में अभी कई महीने लग सकते हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने बुधवार को कहा कि भारत अभी भी ‘पीक’ से बहुत दूर है, जिसका मतलब यह है कि जून और जुलाई के महीनों में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों और मृत्यु दर में वृद्धि देखी जा सकती है।
भारत में बुधवार को COVID-19 मामलों की कुल संख्या 2,09,468 पर पहुंच गई, जिनमें से एक लाख से ज्यादा यानी 49.6 प्रतिशत लोग इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं। नए मामलों की बात की जाए तो भारत दुनिया में अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद चौथे स्थान पर है। भारत में 6 दिनों के अंदर लगभग 50,000 नए मामले सामने आए हैं, जबकि एक लाख के आंकड़े तक पहुंचने में 110 दिन लगे थे। भारत को एक लाख से दो लाख तक पहुंचने में सिर्फ 15 दिन लगे हैं। कोरोना वायरस से संक्रमण के लगभग 75 प्रतिशत मामले और इसके चलते हुई 83 प्रतिशत मौतें भारत के 6 राज्यों से ही देखने को मिली हैं।
बुधवार को भारत में इस बीमारी से 254 लोगों की जान गई, और इस तरह मौतों का आंकड़ा 6000 की संख्या को पार करता हुआ 6,079 तक पहुंच गया। एक दिन में हुई मौतों के लिहाज से यह दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। 29 मई को सबसे ज्यादा 270 लोगों की जान गई थी। लगातार छठे दिन मौतों का आंकड़ा 200 के पार गया है। अकेले महाराष्ट्र में 122 (48 फीसदी) मौतें हुईं, उसके बाद दिल्ली, गुजरात और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा लोगों की जान गई। 8,723 लोगों के पॉजिटिव आने के साथ ही COVID-19 के ताजा मामले भी बुधवार को एक नई ऊंचाई पर पहुंच गए। 2,560 मामलों के साथ महाराष्ट्र पहले, 1,513 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे और 1,286 मामलों के साथ तमिलनाडु दूसरे नंबर पर रहा।
कोरोना वायरस से संक्रमण के बढ़ते मामलों के साथ ही दिल्ली सरकार ने बुधवार को 3 प्राइवेट अस्पतालों, मूलचंद, गंगा राम और सरोज सुपर स्पेशलिटी अस्पताल को COVID अस्पताल घोषित कर दिया। इनमें से 2 अस्पतालों को COVID-19 रोगियों के लिए अपने 100 प्रतिशत बेड देने होंगे, जबकि गंगा राम अस्पताल को कोरोना मामलों के लिए 80 प्रतिशत बेड देने होंगे। भारत के लोगों, विशेष रूप से हॉटस्पॉट में रहने वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। अब जबकि लॉकडाउन के 4 फेज के बाद अनलॉक-1 शुरू हो गया है, ज्यादातर लोग कम सावधानी बरतने लगे हैं और पहले की तरह बाजारों में भीड़ लगा रहे हैं।
याद रखें, इस महामारी से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार सोशल डिस्टैंसिंग ही है। घरों से बाहर निकलते वक्त सभी को सोशल डिस्टैंसिंग के नियमों का पालन करना चाहिए और मास्क एवं दस्ताने जरूर पहनने चाहिए। इंडिया टीवी के पत्रकारों ने जयपुर, मेरठ, अलीगढ़, दिल्ली जैसे शहरों की भारी आबादी वाले इलाकों से ऐसे कई वीडियो भेजे हैं जहां बाजारों को जाने वाले सैकड़ों लोग इन नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं।
खतरा अभी भी कम नहीं हुआ है। इसके विपरीत, COVID मामलों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के साथ एक बड़ा खतरा छिपा हुआ है। हमें किसी भी परिस्थिति में अपनी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। (रजत शर्मा)
देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 3 जून, 2020 का पूरा एपिसोड