Friday, March 29, 2024
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उत्तराखंड: लापता पर्वतारोही दल के दो और सदस्यों के शव हिमाचल सीमा के पास से बरामद

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि उनकी पहचान उत्तरकाशी के पुरोला के उपेंद्र सिंह (37) और कोलकाता के रिचर्ड मंडल (30) के रूप में हुई है। शुक्रवार को पांच पर्वतारोहियों के शव नीचे लाये गये थे। दल के दो सदस्य अब भी लापता हैं जबकि दो जीवित सदस्यों का हर्सिल और उत्तरकाशी में इलाज चल रहा है।

IndiaTV Hindi Desk Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated on: October 23, 2021 19:24 IST
उत्तराखंड: लापता पर्वतारोही दल के दो और सदस्यों के शव हिमाचल सीमा के पास से बरामद- India TV Hindi
Image Source : PTI FILE PHOTO उत्तराखंड: लापता पर्वतारोही दल के दो और सदस्यों के शव हिमाचल सीमा के पास से बरामद

उत्तरकाशी (उत्तराखंड): उत्तरकाशी जिले में हर्सिल के रास्ते चितकुल जाने के दौरान लापता हुए 11 सदस्यीय पर्वतारोही टीम के दो और सदस्यों के शव शनिवार को हिमाचल प्रदेश की सीमा के पास से आईटीबीपी कर्मियों ने बरामद किए। उत्तरकाशी के जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि दोनों शव लमखागा दर्रे के पास मिले और उन्हें सांगला लाया जा रहा है। वहां से उन्हें उत्तरकाशी ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शव शुक्रवार को ही दिख गए थे और शनिवार को बचाव अभियान फिर शुरू होने पर उन्हें बरामद किया जा सका।

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि उनकी पहचान उत्तरकाशी के पुरोला के उपेंद्र सिंह (37) और कोलकाता के रिचर्ड मंडल (30) के रूप में हुई है। शुक्रवार को पांच पर्वतारोहियों के शव नीचे लाये गये थे। दल के दो सदस्य अब भी लापता हैं जबकि दो जीवित सदस्यों का हर्सिल और उत्तरकाशी में इलाज चल रहा है।

जिलाधिकारी ने कहा कि लापता पर्वतारोहियों के लिए तलाशी अभियान 12,000 फुट की ऊंचाई पर मौसम खराब होने के कारण रोक दिया गया है और मौसम के सुधरते ही इसे फिर शुरू किया जाएगा। पटवाल ने बताया कि लापता लोगों की पहचान पुरोला निवासी ज्ञान चंद (33) और कोलकाता निवासी सुकेन मांझी (43) के तौर पर हुयी है। 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी ने चंपावत के बारिश प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया 

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में चंपावत जिले के बारिश प्रभावित तेलवाड़ा गांव का शनिवार को दौरा किया और प्रभावित लोगों को सरकार की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने जिले में बारिश से संबंधित घटनाओं में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए भी प्रार्थना की और उनके परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उत्तराखंड में 17-19 अक्टूबर के बीच हुई मूसलाधार बारिश में चंपावत जिले में 11 लोगों की मौत हुई है। नैनीताल में कुमाऊं क्षेत्र में सबसे ज्यादा 35 लोगों की मौत हुई है। धामी ने अधिकारियों से मृतकों के परिजनों को मुआवजे के भुगतान में तेजी लाने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव अभियान तेज करने को कहा।

उत्तराखंड विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रीतम सिंह ने भी कुमाऊं के बारिश से प्रभावित इलाकों का दौरा किया और इस आपदा से निपटने के वास्ते अतिशीघ्र कदम नहीं उठाने के लिए राज्य सरकार की आलोचना की। कांग्रेस नेता ने नैनीताल क्लब में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मौसम विभाग द्वारा पहले ही ‘रेड अलर्ट’ जारी करने के बावजूद, राज्य सरकार ने आपदा से निपटने के लिए तेजी से कदम नहीं उठाये।’’

सिंह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राज्य सरकार पर तीन दिनों की लगातार बारिश में मृतकों और क्षतिग्रस्त मकानों की वास्तविक संख्या छिपाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहत पैकेज की घोषणा न करके राज्य के लोगों को निराश किया है। उन्होंने मांग की कि राहत पैकेज की तुरंत घोषणा की जाए।

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