Thursday, March 28, 2024
Advertisement

शीतकाल के लिए बंद हुए भगवान बदरीनाथ के कपाट, घृत कंबल ओढ़ाकर संपन्न की गई पूजा

शीतकालीन के दौरान बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दिन तक सभी होटल, ढाबा व अन्य व्यवसायियों को बदरीनाथ धाम छोड़ने के लिए कहा जाता है। कपाट बंद होने के बाद आम लोगों को धाम तक जाने की अनुमति नहीं दी जाती है।

Sudhanshu Gaur Written By: Sudhanshu Gaur @SudhanshuGaur24
Published on: November 19, 2022 16:23 IST
शीतकाल के लिए बंद हुए भगवान बदरीनाथ के कपाट- India TV Hindi
Image Source : FILE शीतकाल के लिए बंद हुए भगवान बदरीनाथ के कपाट

उत्तराखंड में स्थित भगवान बद्री विशाल का धाम बदरीनाथ धाम के कपाट आज शनिवार दोपहर बंद हो गए। धाम के कपाट आज दोपहर 3:35 पर शीतकाल के लिए बंद हो गए। अब अगले लगभग 6 महीनों तक भगवान बदरीनाथ की पूजा पांडुकेश्वर और जोशीमठ में संपन्न होगी। बदरीनाथ धाम के सिंह द्वार को गेंदे के फूलों से सजाया गया।  

शुक्रवार को बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के दौरान पंच पूजाओं के चौथे दिन माता लक्ष्मी की पूजा के साथ पूजा संपन्न हुई। पूजा के दौरान कढ़ाई भोग अर्पित किया गया। शनिवार को मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी स्त्री वेश धारण कर माता लक्ष्मी की प्रतिमा को बदरीनाथ धाम के गर्भगृह में प्रतिष्ठापित किया और उद्धव व कुबेर जी की प्रतिमा को मंदिर परिसर में लाया गया। 

घी में भिगोया ऊन का कंबल भगवान को ओढ़ाया गया 

इसके साथ ही माणा गांव की महिला मंगल दल की महिलाओं की ओर से तैयार किए गए घृत कंबल (घी में भिगोया ऊन का कंबल) को भगवान बदरीनाथ को ओढ़ाया गया। इसके बाद अपराह्न 3 बजकर 35 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए।

इस दौरान बदरीनाथ धाम में पुलिस के जवानों और मंदिर समिति के दो कर्मचारियों की ही तैनाती रहती है। बदरीनाथ धाम चीन सीमा क्षेत्र के नजदीक होने के कारण माणा गांव में आईटीबीपी के जवान रहते हैं। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने पर यहां निवासरत बामणी व माणा गांव के ग्रामीणों के साथ ही व्यवसायी बदरीनाथ धाम छोड़कर निचले क्षेत्रों में चले जाते हैं। इसके बाद सेना के जवानों को छोड़कर किसी भी आम व्यक्ति को हनुमान चट्टी से आगे जाने की अनुमति नहीं दी जाती है।

Latest India News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement