Thursday, April 25, 2024
Advertisement

Braj development package: सरकार बनाएगी कन्हैया के सपनों का ब्रज, 16 हजार करोड़ से यूं होगा कायाकल्प

Braj development package:उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कान्हा के ब्रज को उनके सपनों की नगरी बनाने के लिए अपना खजाना खोल दिया है। सरकार ने ब्रज के कायाकल्प के लिए 16 हजार करोड़ रुपये के भारी-भरकप पैकेज का ऐलान किया है।

Dharmendra Kumar Mishra Edited By: Dharmendra Kumar Mishra
Published on: August 26, 2022 17:10 IST
cm yogi in vrindavan- India TV Hindi
Image Source : PTI cm yogi in vrindavan

Highlights

  • ब्रज के विकास पर सरकार ने खोला खजाने का पिटारा
  • काशी और अयोध्या के बाद अब ब्रज की बारी
  • विदेश की तर्ज पर होगा सड़कों और बाजार का विकास

Braj development package:उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने कान्हा के ब्रज को उनके सपनों की नगरी बनाने के लिए अपना खजाना खोल दिया है। सरकार ने ब्रज के कायाकल्प के लिए 16 हजार करोड़ रुपये के भारी-भरकप पैकेज का ऐलान किया है। इससे ब्रज का परिक्रमा मार्ग शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर की नजीर बनेगा। इससे यहां रोजगार और व्यापार के नए अवसर भी पैदा होंगे। यूपी में वाराणसी के बाबा विश्वनाथ धाम और अयोध्या के श्रीराम मंदिर के बाद अब ब्रज तीसरा धार्मिक स्थल होगा, जहां के संपूर्ण विकास के लिए सरकार ने दिल खोलकर विकास के लिए धन की वर्षा कर दी है। 

विदेश की तर्ज पर बनेंगी चमाचम सड़कें

सरकार की मंशा के अनुरूप भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा राधा-कृष्ण की लीला स्थली में 84 कोसीय परिक्रमा मार्ग के विकास की योजना स्वीकृत की गई है। इसका डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाने का कार्य प्रगति पर है। योजना की अनुमानित लागत 9000 करोड़ रुपये है। इसी तरह भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा मथुरा-वृंदावन बाईपास परियोजना को भी मंजूरी प्रदान की गई है। इसका भी डीपीआर बनाने का कार्य प्रगति पर है। योजना की अनुमानित लागत करीब 6100 करोड़ रुपये है।

मथुरा-वृंदावन के लिए 12.8 किलोमीटर रेललाइन का पुनर्विकास
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार देश-विदेश के श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए मथुरा से वृंदावन को जोड़ने वाली 12.8 किमी रेल लाइन का पुनर्विकास किया जाना भी इस योजना के तहत प्रस्तावित है। इसकी अनुमानित लागत 850 करोड़ रुपये है। रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी द्वारा प्री-फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है। इसके बाद मथुरा से वृंदावन की सैर रेल के जरिये करना श्रद्धालुओं के लिए आसान हो जाएगा। 

परिक्रमा मार्ग की बदलेगी सूरत
मान्यता है कि ब्रज भूमि पर परिक्रमा लगाने से एक-एक कदम पर जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। सनातनी शास्त्रों में यह भी कहा गया है कि इस परिक्रमा के करने वालों को एक-एक कदम पर अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है। साथ ही जो व्यक्ति इस परिक्रमा को लगाता है, उस व्यक्ति को निश्चित ही मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसके महात्म्य का वर्णन वेदों एवं पुराणों में भी मिलता है। गर्ग संहिता में यह आख्यान मिलता है कि यशोदा मैया और नंदबाबा ने एक बार भगवान श्रीकृष्ण से चार धाम की यात्रा की इच्छा जाहिर की। उनकी अधिक हो चुकी आयु के दृष्टिगत प्रभु ने सभी तीर्थों व चारों धामों का आह्वान कर उन्हें ब्रज के 84 कोस की भूमि के दायरे में प्रतिष्ठित कर दिया। मैया यशोदा और नंदबाबा ने 84 कोसीय परिक्रमा कर आत्मीय संतुष्टि को प्राप्त किया। तभी से ब्रज में 84 कोस की परिक्रमा की शुरुआत मानी जाती है। करीब 268 किलोमीटर की यह परिक्रमा उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान एवं हरियाणा से होकर गुजरती है। वाराह पुराण के अनुसार धरती के 66 अरब तीर्थ चातुर्मास में ब्रज क्षेत्र में निवास करते हैं। लिहाजा इसकी परिक्रमा करने वालों को 84 लाख योनियों से मुक्ति मिल जाती है। अब सरकार इस परिक्रमा मार्ग की भी सूरत बदलने जा रही है। 

देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए बढ़ेंगी सुविधाएं
आवागमन के रास्ते, वाहन के अलावा यहां ठहरने के लिए भी श्रद्धालुओं की सुविधाओं में बढ़ोत्तरी की जाएगी। यह क्षेत्र बड़े धर्मस्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। जहां चमचमाती सड़कों के बीच दमकते बाजार भी होंगे। यह देश-विदेश के श्रद्धालुओं को आकर्षित करने का काम करेंगे। यहां रहने से लेकर खाने-पीने और सैर-सपाटा करने की उच्चकोटि की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। 

Latest Uttar Pradesh News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। Uttar Pradesh News in Hindi के लिए क्लिक करें भारत सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement